आज लिविग रिलेशनशिप, अनयंत्र प्रेम संबध और रईसाना शौक कोई नये नही हैं....पहले भी ऐसे संबध खूब फलते-फूलते थे वेशक वह काठ के मोटे दरवाजों में छिपे रहते थे..ऐसे ही एक ठाकुराना घराने की कहानी मैं लेकर आ रही हूँ जहाँ प्रेम है या शारीरिक सुख? भावनायें हैं या स्वार्थ आप खुद ही पढ़िये आज रात 11:00 बजे 'वारिस' सिर्फ मातृभारती पर