#हिम्मत
हिम्मत मेरी अब टुट रही है
मेरी किस्मत मुझसे रुठ रही है
ख्वाहिशे सब छुट रही है
सपनों की दुनिया झूठ लग रही है
रंग बेरंग से लगते हैं अब
अंखियां मेरी मूढं रही है
जाने क्यो सब अंजान-सा है
ज़िन्दगी जैसे घूंट रही है
टिक टिक घडीया खूट रही है
जैसे सादिया पीछे छुट रही है
हिम्मत मेरी अब टुट रही है
मेरी किस्मत मुझसे रुठ रही है।।
...........deva