कभी कभी हमें लगता है
कि हम अकेले है।
हमें लगता है कि हमें कोई सही राह दिखाने के लिए नहीं है।
हमारे आस पास सब हमारे विरोधी है।
उस समय हमारा मन हमें समझाता रहता है।लेकिन हम अपने मन को महत्व नहीं देते।
अकेलेपन में मन हमारा साथी होता है।
मन हमें हर समय सही राह दिखाता है।
अब हमे तय करना है कि अपने मन की बात सुनेंगे या नहीं।
या दूसरों पर निर्भर रहेंगे।