*💁♀....कौन सा पति खरीदूँ ?*
🤔❓🤥❓😳❓😂☺
*शहर के बाज़ार में एक बड़ी दुकान खुली जिस पर लिखा था -*
*“यहाँ आप पतियों को ख़रीद सकती है |”*
*देखते ही देखते औरतों का एक हुजूम वहां जमा होने लगा | सभी दुकान में दाख़िल होने के लिए बेचैन थी, लंबी क़तारें लग गयी...*
*दुकान के मैन गेट पर लिखा था -*
*“पति ख़रीदने के लिए निम्न शर्ते लागू”* 👇👇
✡ *इस दुकान में कोई भी औरत सिर्फ एक बार ही दाख़िल हो सकती है, आधार कार्ड लाना आवश्यक है ...*
✡ *दुकान की 6 मंज़िले है, और प्रत्येक मंजिल पर पतियों के प्रकार के बारे में लिखा है |*
✡ *ख़रीदार औरत किसी भी मंजिल से अपना पति चुन सकती है l
✡ *लेकिन एक बार ऊपर जाने के बाद दोबारा नीचे नहीं आ सकती, सिवाय बाहर जाने के |*
👩🦱🙏
*👩🏻🦰एक खुबसूरत लड़की को दूकान में दाख़िल होने का मौक़ा मिला...
*पहली मंजिल के दरवाज़े पर लिखा था - “इस मंजिल के पति अच्छे रोज़गार वाले है और नेक है | "
लड़की आगे बढ़ी ..
*दूसरी मंजिल पर लिखा था - “इस मंजिल के पति अच्छे रोज़गार वाले है, नेक है और बच्चों को पसंद करते है |”*
लड़की फिर आगे बढ़ी ...
*तीसरी मंजिल के दरवाजे पर लिखा था - “इस मंजिल के पति अच्छे रोज़गार वाले है, नेक है और खुबसूरत भी है |”*
यह पढ़कर 👩🏻🦰लड़की👩🏻🦰 कुछ देर केलिए रुक गयी मगर यह सोचकर कि चलो ऊपर की मंजिल पर भी जाकर देखते है, वह आगे बढ़ी...
*चौथी मंजिल के दरवाज़े पर लिखा था - “इस मंजिल के पति अच्छे रोज़गार वाले है, नेक है, खुबसूरत भी है और घर के कामों में मदद भी करते है |”*
यह पढ़कर लड़की को चक्कर आने लगे और सोचने लगी “क्या ऐसे पति अब भी इस दुनिया में होते है ?
यहीं से एक पति ख़रीद लेती हूँ... ” लेकिन दिल ना माना तो एक और मंजिल ऊपर चली गयी...
*पांचवीं मंजिल पर लिखा था - “इस मंजिल के पति अच्छे रोज़गार वाले है , नेक है और खुबसूरत है , घर के कामों में मदद करते है और अपनी बीबियों से प्यार करते है |”*
अब इसकी अक़ल जवाब देने लगी वो सोचने लगी इससे बेहतर और भला क्या हो सकता है ? मगर फिर भी उसका दिल नहीं माना और आखरी मंजिल की तरफ क़दम बढाने लगी...
*आखरी मंजिल के दरवाज़े पर लिखा था -“आप इस मंजिल पर आने वाली 4999 वीं औरत है , इस मंजिल पर कोई भी पति नहीं है , ये मंजिल सिर्फ इसलिए बनाई गयी है ताकि इस बात का सबूत सुप्रीम कोर्ट को दिया जा सके कि महिलाओं को पूर्णत संतुष्ट करना नामुमकिन है |
*हमारे स्टोर पर आने का धन्यवाद ! बांयी ओर सीढियाँ है जो बाहर की तरफ जाती है !!*
🙏🙏 *सांराश - आज समाज की सभी कन्याओ और वर पक्ष के पिता यह सब कर रहे है एवं 'अच्छा' और "अच्छा" ... के चक्कर में शादी की सही उम्र खत्म हो रही है |* ☹☹😛