तू अपनी खूबियाँ ढूंढ,
कमियाँ निकालने के लिये
*लोग हैं..?
अगर रखना है कदम, तो आगे रख,
पीछे खींचने के लिये
*लोग हैं...?
सपने देखने हैं तो ऊँचे देख,
निचा दिखाने के लिये
*लोग हैं...?
अपने अंदर जुनून की चिंगारी भड़का,
जलने के लिये
*लोग हैं...?
अगर बनानी है तो यादें बना,
बातें बनाने के लिये
*लोग हैं...?
प्यार करना है तो खुद से कर,
दुश्मनी करने के लिये
*लोग हैं...?
रहना है तो बच्चा बनकर रह,
समझदार बनाने के लिये
*लोग हैं...?
भरोसा रखना है तो खुद पर रख,
शक करने के लिये
*लोग हैं...?
तू बस सँवार ले खुद को,
आईना दिखाने के लिये
*लोग हैं...?
खुद की अलग पहचान बना,
भीड़ में चलने के लिये
*लोग हैं...?
तू कुछ करके दिखा दुनियाँ को,
तालियाँ बजाने के लिये
*लोग हैं... ?