कर्म और मोक्ष पर विचार :
आध्यत्म एक रास्ता है मोक्ष पाने का जीवन मे। कर्म एक चक्र है जीवन का जो हम इंसान हर जन्म में योनि से गुजर कर कर्मो का लेखाजोखा करते है। आध्यत्म की प्राप्ति ही जीवन मे मोक्ष मिला सकती है। ये आध्यात्मिक जीवन वो होगा जहा राजशिक गुणों वाली रीत को भूल कर सात्विक जीवन की और बढ़े जीवन मे। क्योंकि कर्म राजशिक गुणों की बजसे ही हमे इंसान को बार बार योनिओ से गुजर कर हमें उसका लेखा जोखा करना होता है।
जो इंसान यह बात समजा वो जीवन मे योगी कहलायेगा और कलियुग में योगीओ की संख्या बहुत कम देखने को मिलेगी। क्योंकि हर कोई ऐशोआराम और इच्छा प्राप्ति मोजशोख पाने के लिए बेकरार होता है हर समय जीवन मे । वो लोग ये सब पाने के लिए कोइसा भी कदम उठाने में आगे होते है और वो गलत कार्यो से जुड़ कर अपना खुशी पाते है वो दंभी पाखंडी बलात्कारी धोखादेना लालच दुसरो की अहित करना गाली बोलना परेसान करना ये सब रास्ता पकड़कर वो अपना काम करेंगे। यह मूल बात कलियुग सुरु हो गया है जहाँ सात्विक जीवन की परिभासह है सिर्फ जब संकट में होंगे तभी भक्ति सुरु करेगे और वो कर्म चलता रहेगा उसकी साईकल लाइफ में हर योनियो में होके आपको उसका फल भुगतना पड़ेगा। जीवन मे सात्विक राह पकड़े मोक्ष प्राप्तिके लिए।
हर हर महादेव,
जय जय महाकाल
Hk एस्ट्रोलॉजी लाइफ सोलुशन
आपके समस्या का जीवन मे कैसे उपयो से कम करें उसका रास्ता दिखाया जाएगा।
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