माना बहुत व्यस्त हो
घर परिवार की जिम्मेदारियों निभाने में
दूसरों का हाल-चाल पूछने और सामाजिक औपचारिकताएं निभाने में ।
लेकिन कभी खुद से भी कर लिया करो एक मुलाकात
जान लिया करो कभी अपने दिल के भी हाल चाल ।
अपने शौक और पसंद को भी थोड़ा सा वक्त दिया करो
यहां दूसरों की उम्मीद पर खरा उतरने थोड़ी ना आए हो
मिली है एक जिंदगी तो इसे कभी अपने हिसाब से भी जिया करो।
सरोज प्रजापति ✍️
- Saroj Prajapati