“सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगा”
सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगा
इतना मत चाहो उसे वो बेवफा हो जाएगा
हम भी दरिया है हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरह भी चल पड़ेंगे रास्ता हो जाएगा
कितनी सच्चाई से मुझ से ज़िंदगी ने कह दिया
तू नहीं तो कोई दूसरा हो जाएगा
मैं ख़ुदा का नाम ले कर पी रहा हूँ दोस्तों
ज़हर भी इस में अगर होगा दवा ही हो जाएगा
सच उसी के है हवा ख़ुशबू ज़मीन ओ आसमाँ
मैं जहां भी जाऊँगा उस को पता हो जाएगा
……बशीर बद्र
❤️
- Umakant