कहते हैँ मुझसे वो
की आजकल परेशान सा हूँ
समझ नहीं आता के करूँ क्या???
शिकायते बहुत हैँ किस्से कहूँ??
मैं उन्हें बड़े प्यार से,
उनके हाथो को हाथो मे लेकर,
उनके पास बैठ कर
यही कह पाती हूँ के
आपको शिकायत "वक़्त" और "ज़माने" से नहीं खुद से हैँ
क्यों की दुनियां बहुत खूबसूरत हैँ पर आप उसे जीने के बजाय
उसमे उलझते जा रहे हो..
- SARWAT FATMI