*बहुत नम्रता चाहिए परिवार में साथ साथ रहने के लिए, छल कपट से तो महाभारत रची जाती हैं !*
*परिवार में चालाकियां करके मीठे बनने वाले लोग एक दिन अकेले खड़े नजर आते हैं..*
*दिया और बाती अपनी-अपनी जगह सही होते हैं, आग तो कोई ओर लगाता है..यहीं हाल परिवारों का हैं आज के समय मे ।