जय गुरुदेव।
जय जय हे गुरुदेव नमन करें तुम्हें कोटि-कोटि बार।
तेरी महिमा है बड़ी अपरंपार जय जय गुरुदेव
तेरे चरणों में जाऊं बलिहार जाऊं बलिहार जाऊं
बलिहार।
चढ़ाने आए हैं तेरे चरणों में गुलाब फूलों के हार।
हमें अब केवल है तेरे चरणों की आस हे गुरुदेव।
विनती सुनो मेरी पूरी करो मेरी अरदास
हे गुरुदेव।
सत्संग तेरा सच्चा होता है जय जय हे गुरुदेव।
प्रवचन होता है सच्चा जय जय हे दीन दयाल
गुरुदेव।
आए हैं तेरे दरबार में मत्था टेकने हे सदगुरु देव।
चढ़ाने आए हैं कड़ा प्रसाद जय जय हे गुरुदेव।
गुलाब फूलों से सजायें तेरा आसन हे गुरुदेव।
गुलाब फूलों के बनाएं चरण पादुका हे गुरुदेव।
तेरे रज रज दर्शन पाएं हे गुरुदेव।
तेरे चरणों की धूलि जो मिल जाए तो जीवन
धन्य धन्य हो जाए हे गुरुदेव।
लंगर प्रसाद चढ़ाएं हे गुरुदेव।
तेरे स्वागत में पूरे रास्ते चरण चिन्ह बनाएं
गुलाब के फूलों से हे गुरुदेव।
तेरी पूजा करें हे गुरुदेव।
तेरे चरणों में शीश नवाकर मांगे वरदान हे गुरुदेव।
तुम ही हो जीवन आधार हे गुरुदेव।
संकटों विपदाओं से उबार दो हे गुरुदेव।
तुम ही हो जीवन के उद्धारक हे गुरुदेव।
शत्रु बुद्धि विनाश करो हे गुरुदेव।
शत्रुओं पर विजय प्राप्त हो हे गुरुदेव।
दमन नीति शोषण नीति आक्रमणकारी प्रवृत्ति
तथा अपराधी प्रवृत्ति विरोधी नीति का हो खात्मा।
हे दीनदयाल कृपाल परम पिता परमात्मा।
करो भव सागर से पार हे गुरुदेव।
तुम ही हो जीवन नैया के पतवार।
दास अकिंचन करे नमन बारंबार।
समर्पित हो तेरे चरणों में वंदन कोटि-कोटिश बार।
ना जाने तेरी पूजा और ना जाने वंदना हे गुरुदेव।
अब करो कृपा की बरसात हे गुरुदेव।
भूल चूक माफ करो हे गुरुदेव।
जय जय हे गुरुदेव जय हो गुरुदेव।
शरणागति स्वीकार करो हे गुरुदेव।
-Anita Sinha