कुल देवी शिरा घर की महारानी।
जय जय हे मां कुल देवी शिरा घर की महारानी
तेरी जय हो मां दुर्गा महारानी भवानी।
तेरी महिमा बड़ी अपरंपार है हे मां भवानी।
हम आए हैं तेरे द्वार पर हे मां दुर्गा महारानी।
लाए हैं लाल फूलों के हार हे मां कुल देवी
महारानी।
तेरी सदा ही होवे जय-जयकार हे मां भवानी।
करो कृपा अपार हे मां महामाया महारानी।
तेरे चरणों में शीश नवाएं हे मां दुर्गा महारानी।
तेरी पूजा करें हे मां कुल देवी महारानी।
पान सुपाड़ी अक्षत पुष्प सिंदूर नारियल केला
अमरूद गाजर शकरकंद बताशा पेड़ा मेवा
मिष्टान्न पुआ पुड़ी हलवा पकवान बनाएं मां।
मकर संक्रांति त्यौहार पर आए हैं सौगात
चढ़ाने को हे मां।
तिल के लड्डू दही चूड़ा अरवा चावल गुड़
प्रसाद चढ़ाएं हे मां।
धूप दीप और आरती करें हे मां।
लाल साड़ी शाखा सिंदूर आलता चूड़ी बिंदी काजल मेहंदी नेलपालिश टीका नथिया कुंडल
चढ़ाएं हे मां।
लाल फूलों से तेरा आसन बनाएं हे मां।
लाल फूलों से सजायें तेरे दरबार हे मां।
जय जय मां हे जय जय मां।
सोलह श्रृंगार करें तेरा हे मां।
तेरे चरणों में मंगल गीत गाएं हे मां।
सात सुहागिनें मिलकर मंगल गीत गाएं हे मां।
अखंड ज्योति जलाएं हे कुल देवी शिरा घर
की महारानी मां।
ढोल ढाक झांझर और करताल बजाएं हे मां।
जयकारे लगाए तेरे दरबार हे मां।
मकर संक्रांति पर खिचड़ी प्रसाद चढ़ाएं हे मां।
वंश की रक्षा करो हे कुल देवी मां।
अभय वरदान दो हे मां।
चिरंजीवी रहे संतान दे यही वरदान हे मां।
रक्षा करो हे मां।
अकाल मृत्यु से बचाओ हे मां।
अकिंचन दासी अनिता आई तेरे चरणों में
अर्जी लगाने हे मां।
अर्जी विचाराधीन है हे मां।
भूल चूक माफ करो हे मां।
शरणागति स्वीकार करो हे मां।
कोटि कोटि प्रणाम हे कुल देवी शिरा घर
की महारानी मां।
जय जय मां हे जय जय मां।
तेरी जय हो मां।
शुभ नव वर्ष पर प्रथम वंदना स्वीकार करो हे मां।
फिर आएंगे लिखने हे मां तेरे दरबार हे मां।
सलामती चाहूं सबकी तेरे चरणों में शरणागति
हे मां।
-Anita Sinha