मैं और मेरे अह्सास
नया साल आया खुशियां मनाओ l
आज घर आँगन फूलों से सजाओ ll
नव स्फूर्ति भर दो नव चेतना भरो l
खूबसूरत रंगबिरंगी रंगोली रचाओ ll
नये साल के स्वागत के लिए आओ l
होठों पर हसी मुस्कराहट लगाओ ll
होगीं हर उम्मीद पूरी आशा रहो l
हृदय में हज़ारों अरमान जगाओ ll
आने वाला हर लम्हा सुकून लायेगा l
खुशी और उमंगों के दीप जलाओ ll
१-१-२०२४
सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह