तेरा नाम रेत पर लिखा सौ दफा
और फिर उसे मिटाया है।
कोई पढ़ न उसे
इसलिए उसे सबसे छुपाया है।।
खामोशियाँ फैली है चारो तरफ
सांसो मे अजब सी उलझन है।
तुम हो नही मेरे पास इसलिए
इन आंसूओ से दामन को भिगोया है।
सुबह से हजारो दफा मोबाइल उठाया है
और डायल कर हर बार तेरा नम्बर भी मिटाया है।।
कुछ बाते याद आ जाती है
इसलिए इन जज्बातो को दिल मे ही छुपाया है।
तेरा नाम रेत पर लिखा सौ दफा
और फिर उसे मिटाया है।।
मीरा सिंह
-Meera Singh