हर चेहरे पर रंग भरना माँ ,
हर घर में खुशियाँ करना माँ ,
कहीं कालिमा न छाये ,
कोई दीपक घर न जलाये |
जो जैसे खुशियाँ माँगें माँ उन
सबको तू दे सकती है |
तेरा कोष कभी खाली होवे क्या ?
सबको समान देने वाली |
अधिकार से वंचित न होवे ,
अपना हक कोई न खोये |
हर ओर उजाला कर दे माँ ,
हर ओर अंधेरा हर ले माँ |
🙏♥️🌹
-Ruchi Dixit