#पहला
देखा दूसरा गुलाब पौधे पर सुबह जब से ,
पहले वाले की यादें तरोताजा हो गई तब से ।
अभी कुछ दिनों पहले जब पहली कली को देखा था ,
पूरे तीन दिन इंतजार मे मन बहला था ।
फिर चौथी सुबह पौधे का पहला गुलाब खिल उठा ,
खुशी इतनी मानो गंगा धरती पर देख भगीरथ झूम उठा ।
नवजात स्पर्श उसका जरा डरते हुए करते थे ,
हल्के उसके गुलाबी रंग को एक-टक निहारा करते थे ।
बिना फिल्टर वाली उसकी कई फोटो खींचने लगे ,
फिर आहिस्ता से उसे पौधों से अलग कर पानी की प्याली में सीचने लगे ।
आता जाता हर कोई जब देता इसकी बधाई ,
फल फूल जाता फूल हमारा यह देख प्याली भी मंद मुस्काए ।
दो दिन का वो रिश्ता हमारा एक छोटी सी कहानी लाया है,
और देखो आज हमारे पौधे पर दूसरा गुलाब आया है ।
- दीप्ति