"शुभकामना पत्र"
मेरी राम राम कहना मेरे शिव से
वह माटी का रूप लिए आदित्य लिंग से
ममतामई शिवप्रिय जग जननी गौरी से
स्त्री के जीवन की मार्गदर्शक पार्वती से
हे नन्दी! मेरी शुभकामना व्यक्त करना
राम के सच्चे भक्त से
मेरी व्यथा में मुझे शक्ति प्रदान करती
दृद निश्चय वाली हिमालय पुत्री से
सात्विक जीवन व्यतीत कर
जीवन का मूल रूप दिखाते शिव पार्वती से
सात वचनों से सात जन्मो तक
साथ निभाते ऐसे गठबंधन से
हे नन्दी ! मेरी शुभकामनाएं
भेंट करना विघ्नहर्ता के सर्जन करता से
Deepti