Hindi Quote in Poem by Manoj kumar shukla

Poem quotes are very popular on BitesApp with millions of authors writing small inspirational quotes in Hindi daily and inspiring the readers, you can start writing today and fulfill your life of becoming the quotes writer or poem writer.

*परस,परिणय,प्रणय,प्रियतमा,प्रीति*

1 परस
मानव परिणय में बँधे, मूक-प्रणय संवाद।
दरस-परस से कर रहे, दुनिया को आबाद।।

2 परिणय
मंगल-परिणय की घड़ी, फिर आईं इस वर्ष।
भगा करोना देश से, चहुँ दिश छाया हर्ष।।

3 प्रणय
प्रणय निवेदन कर रहा, मौसम बदला आज।
समय पर्यटन भ्रमण का, चलो देखने ताज।।

4 प्रियतमा
स्वागत में अब पाँवड़े, बिछा रहे नित छोर।
सुंदर लगती प्रियतमा, उठती प्रेम हिलोर।।

5 प्रीति
प्रीति-डोर में बँध गए, जो कल थे अनजान।
हाथों में अब हाथ ले, चलते सीना तान ।।


मनोज कुमार शुक्ल " मनोज "
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

Hindi Poem by Manoj kumar shukla : 111765862
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now