1 राष्ट्र
राष्ट्र-धर्म सबसे बड़ा, हो सबको संज्ञान।
शेष धर्म निजिता रहे, यही सूत्र है जान।।
2 तिरंगा
भारत की यह शान है ,भारत की पहचान।
बना तिरंगा विश्व में, सुख शांति की खान।।
3 गान
राष्ट्र-ध्वज और गान का, देश करें सम्मान।
देश भक्ति कहते इसे, हो सबको यह भान।।
4 जनगण
जनगण-मंगल हो सदा, प्रजातंत्र की नींव।
सुख सुविधा सबको मिले, खुशी रहे हर जीव।।
5 जनता
लोकतंत्र अवधारणा, जनता की सरकार।
मत देकर वह चुन रही, उस पर हो उपकार।।
मनोज कुमार शुक्ल " मनोज "
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