समस्या
गले में खराश , गले में तकलीफ , खाना पीना ठीक से नहीं खा पाना , गला रुंध जाना , गला की आवाज बैठ जाना।
ये सब समस्याओं को दूर करने में लगे हैं।
गरारे भाप और देशी दवा से
तो भाईयों एवं बहनों
ठीक होने पर पढ़ेंगे।
समस्या है टांसिल्स की । तो तैलीय खाद्य पदार्थ , खट्टे , तीखे , मिर्च मसाले
एवं ठंडी वस्तुओं से
टांसिल्स की समस्या बढ़ जाती है। परहेज से खाते हैं।
होगा वही जो मंजूरे खुदा होगा।
सबसे पहले स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
उम्र का तकाजा भी है।
वैसे कोई चिंता की बात नहीं है। मौसम का असर भी होता है।
एंटीबायोटिक दवाओं से ठीक हो जाएंगे।
उम्र सत्तर साल के रेंज में चल रहा है। मतलब कि ६६ पूरा हो गया तो
सत्तर के घेरे में तो आ गये।
सकारात्मकता को बनाए रखेंगे और सोचेंगे नहीं तो
सब समस्याओं का समाधान हो जाएगा।
चिंता करके क्या मिलेगा।
चिंता तो चिता तक
पहुंचाती है।
ईश्वर सबके साथ है।
वो सब कुछ देखते हैं
ईश्वर की कृपा से जल्द ठीक होते हैं तो पढ़ेंगे।
-Anita Sinha