उन खून से रंगे कपड़ों को,अंगों के बिखरे चिथड़ों को।
मानवता के गद्दारों को, छुपे देश के सभी शियारों को।।
उन घाती हत्यारों को,कुछ लाचारी सरकारों को।
मत भूलना एक गुलाब शहीदों के नाम करना....
और उनसे ये वादा करना....
उनका ये त्याग व्यर्थ नहीं होने देंगे।।
-सनातनी_जितेंद्र मन