अगर मेरा तुझसे रूठना हुआ तो तुम्हारा मुझे मनाना जरूरी था ।
मेरे उदास होने पर तुम्हारा मुझे हसाना जरूरी था ।।
मेरे मुश्किल वक़्त में तुम्हारा मेरे साथ रहना जरूरी था तो ।
मेरे अच्छे वक़्त में तुम्हारा मेरे पास रहना भी जरूरी था ।।
जिंदगी के हर मोड़ पे साथ निभाना जरूरी था ।
तो कभी हाथ छोड़ के राह दिखाना भी जरूरी था ।।
सही होने पर तुम्हारा मुझे बिरदाना जरूरी था ।
तो गलत होने पर तुम्हारा मुझे डाँट देना भी जरूरी था ।।
जिंदगी यू ही बेमतलब की गुजर रही थी ।
उसमे तुम्हारा मुझे मंजिल दिखाना भी जरूरी था ।।
काबिल बनने की कोई वज़ह चाहिए तो ।
उस वज़ह मे तुम्हारा होना भी जरूरी था ।।
-dr.palak chandarana..
-DrPalak Chandarana