ऐसा नही हैं कि पुनः प्रेम नही हो सकता
ऐसा भी नही कि कोई प्रेम करने वाला नही मिलेगा
ऐसा भी नही कि कोई तुमसा ना मिलेगा
सब हो सकता हैं पुनः परन्तु...
हृदय अटका पड़ा है तुझमें
जिसे कोई और चाहिए भी नहीं
जिसे तुमसे अच्छा कोई दिखता नही खैर...!
ये बात अलग हैं कि
प्राप्त तो तुम भी मुझे नही..❤️