#आज की प्रतियोगिता "
# विषय .ज्योत "
# कविता ***
ज्योत कलश छलके ।
दिल में उमंग भरके ।।
आँखों में तेज छलके ।
हाथों में जोश भरके ।।
दुसरों के दिल में बसके ।
मधुर शब्द कहके ।।
सुहाने स्वप्न देख के ।
मन में खुशियाँ छलके ।।
आसमान सी आस महके ।
दोस्ती की याद बनके ।।
जीवन ज्योत जलके ।
नये सवेरे सी चमके ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।