है भरोसा मंजिल ए महोबत पा लेंगे
कस्ति अब साहिलकै जरुर पा लेंगे
कंई राहे गुम ,तलाश होती रहती है
नूर ए अलम रुहानियत में पा लेंगे
अहेसास है दिल में ,सुकुन भी जरा़
दर्द ए दिल ,मरहमी अंजाम पा लेंगे
रुसवाई के दौर से गुजरे जरुर हम
मौज ए मिलन ,हकीकत में पा लेंगे