सुरत...
तेरी सीरत बदल गई है
थोड़ी सूरत बदल गई है
रबने फुरसत से तराशी
वो मूरत बदल गई है
सोचा न था होगी मुलाकात ऐसे
दिख जाए आसमाँमे टूटातारा जैसे
टुटेतारे से उम्मीद की
वो चाहत बदल गई
रबने फुरसत से तराशी
वो मूरत बदल गई है
वक़्त कितना क्या क्या सिखाता है
दुनियाके कितने रंगरूप दिखता है
वक्त संग चलने की
वो आदत बदल गई
रबने फुरसत से तराशी
वो मूरत बदल गई है
हल्के हो रहे है कुछ रंग तस्वीर के
छूट रहा हु तेरी यादों के जंजीर से
जीते रहनेकी यादोमे
वो हकीकत बदल गई
रबने फुरसत से तराशी
वो मूरत बदल गई है
Sagar...✍️
fallow me...💝