तेरी कहानियों में वो, आसमान की पारियां
दीवालियों के लड्डू वो ईदों की सिवैयां
आंचल में छिपा लेना वो, मेरी शरारतें
लोरी के साथ तेरी वो, हाथों की थपकियां।
मेरे बीमार होने पे, वो तेरी घबराहटें
सर रख के गोद में तेरी, वो मेरी राहतें
रखने सदा खयाल, वो तेरी कोशिशें
मेरे लिए भुला दी, तूने अपनी चाहतें।
बड़ा हुआ मैं मगर , तेरे लिए नहीं
बतलाया तूने भेद क्या, ग़लत है क्या सही
छोड़ कर मुझे, तू कहां चली गई
मेरे जहन में तेरी, बस यादें ही रही।
Happy Mother's Day Maa
Miss you Lot...😔