जब पर्वत छोटे होने लगें और मूर्तियां बड़ी बड़ी बनने लगे।
थोड़ा दिल से नहीं
दिमाग़ से सोचना होगा।
खेतों की पराली जलने से हवा में जहर फेले,
कंपनियों के धूएं से देश विकास करने लगेगा।
दिल से नहीं,
थोड़ा दिमाग से सोचना होगा।
ख़ुदा बेबस बंदों पर जूल्म हो रहा हो फिर भी कुछ ना कहे,
बस ईशनिंदा से किसी को जिंदा जलाने से खूश होगा ख़ुदा?
थोड़ा दिल से नहीं
दिमाग से सोचना होगा
मीठे दो लफ्जों से वाह वाह बोलती भीड़ को देखा है।
सच्चे लफ्ज़ को करे अनदेखा तो सोचना होगा।
थोड़ा दिल से नहीं,
मुझे दिमाग से सोचना होगा।