शुभ प्रभात शनिवार
ब्रह्मदत्त त्यागी
आज सुबह का सुविचार सत्य वचन.. ब्रह्मदत्त
संस्कार बढ़ेंगे तो आभार मिलेगा...
प्यार बांटेंगे तो प्यार मिलेगा....
नफरतों के बीज यदि हमने बो दिए कभी...
तो फिर गुस्सा हमें नफरत ही सम्राज्य मिलेगा....
प्यार बाँटा गया तो रामायण लिखी गई...
और सम्पत्ति बाँटी गई तो महाभारत...
जब भी व्यवहार के बीच में लालच आता है तो
स्थितियां बदल जाती हैं..
कल भी यही सत्य था
और आज भी यही सत्य है।
सुप्रभात् शनिवार जय बजरंगबली हनुमान जी जय
शनिदेव महाराज जी ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़