ऐतबार ,इंतज़ार, इश्क़ हवा है जनाब ,
सिर्फ स्वभाव पे नही प्यार ।
फिक्र ,अहसास ,ओर ध्यान हो चुका धुंवा,
एक इच्छा पे भी नही प्यार ।
पैसा, पावर ,पसंदगी से तोलती है दुनिया,
बेपनाह प्यार पे भी नहीं प्यार ।
चलो हम रूठते है ,अवनि पे निकला पौधा अलग,
सुद्ध ह्रदय पे भी नही प्यार ।
"हृदय"