जब - जब वतन पर आंच आएगी
खून सभी का खोलेगा
पुलवामा हो या हो कारगिल
शहादत कोई ना भूलेगा
बात आएगी जब आन पर
हर देश का बेटा, मोर्चा खोलेगा
मां के लाल जब निकलेंगे शहादत देने
सारा आलम, रंग - दे - बसंती हो लेगा
पुलवामा हो या हो कारगिल
शहादत कोई ना भूलेगा।
- अभिषेक शर्मा