जब - जब वतन पर आंच आएगी
खून सभी का खोलेगा

पुलवामा हो या हो कारगिल
शहादत कोई ना भूलेगा

बात आएगी जब आन पर
हर देश का बेटा, मोर्चा खोलेगा

मां के लाल जब निकलेंगे शहादत देने
सारा आलम, रंग - दे - बसंती हो लेगा

पुलवामा हो या हो कारगिल
शहादत कोई ना भूलेगा।

- अभिषेक शर्मा

English Poem by Abhishek Sharma - Instant ABS : 111341933
Uma Vaishnav 4 year ago

बहुत खूब 👏🏻 👏🏻

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now