शायद मैं बड़ा हो गया हूँ,
पहले माँ समझाती थी ,
अब मैं माँ को समझता हूं।
शायद मैं बड़ा हो गया हूँ,,,,
पहले भईया से हर बात होती थी,
अब सिर्फ हिस्से की बात होती है।
शायद मैं बड़ा हो गया हूँ,,,,,,
पहले पापा से 10 रुपया मांगने से डरता था,
अब सीना तानकर अपना हिस्सा मांगता हूं।
शायद मैं बड़ा हो गया हूँ,,,,,
पहले पैसे हक से मांगता था,
अब हक मांगता हूँ।
शायद मैं बड़ा हो गया हूँ,,,,,