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अधूरी कितना आसान है किसी का हो जाना। मुश्किल है किसी का होकर बस उसी का रह जाना। हमने तो इस दो दिन के प्यार वाली दुनिया में बस उसी को अपना माना । लोग पूछते है वो कौन है जिसे मैंने न पाकर भी सिर्फ अपना माना। कहते हैं न कि कुछ कहानियां अधूरी ही अच्छी लगती हैं। तुझे खोना ही मुझे अब मेरी तकदीर लगती है। ओए सुन तू ही था और तेरी जगह मैं किसी और को नहीं दे सकती हूं। तुझे पुकारती तो हूं पर तेरा नाम न ले सकती हूं। तेरी यादों में क्यूं जीना है शिकायत भी तुझसे करती हूं। यारा कौन तुझे यूं ही प्यार करेगा जैसे मैं करती हूं। Srishti Tiwari Shaan
राम मंदिर ५०० वर्ष अवध में बंटी आज बधाई । चौदह वर्ष नहीं ५०० वर्षों का वनवास खत्म कर आए हैं रघुराई। किसी समय आया वो बाबर आत्यातायी । हमारी संस्कृति नष्ट करने हेतु उसने मंदिर तुड़वा बाबरी मस्जिद थी बनवाई। उसने सोचा हम हिन्दू भूल जाएंगे गाथा ए रघुराई। अयोध्या का नाम बदल उसने नगरी फैज़ाबाद बसाई । फिर पीढ़ियां बीत गई पर राम लला की वापसी न होने पाई । हुआ देश आजाद परंतु राम लला की किसी को सुध न आई । ऐसे ही बीते कुछ साल और फिर अटल जी के संग युवाओं ने कर दी बाबरी मस्जिद पर चढ़ाई। परंतु कुछ सियासी दलों को राम भक्ति रास न आई। उन्होंने राम भक्तों पर गोलियां भी बरसाई। अब मंदिर है या मस्जिद ये होती रही सुनवाई। और न जाने राम लला ने कितने ही वर्षों टेंट में बिताई। फिर दिया कोर्ट ने फैसला कि वहां मंदिर था और हो उसकी बनवाई। सुन कर सब की अखियां अति हर्षाई। अब आई वो शुभ घड़ी जब मोदी जी ने राम मंदिर की नींव रखवाई । आज हर घर मन रही दिवाली ‘शान' से लौट कर आए हैं हमारे रघुराई। सृष्टि तिवाड़ी शान
90s और 00s वाला बचपन वो बचपन का दौर ही कुछ अलग था। जब जादू और भूत भी लगता सच था। जब फेरी टेल्स वाली कहानियां हर लड़की को पसंद होती थी। और 1₹ में चार टॉफियां आ जाया करती थी। और वो काली और ऑरेंज पेप्सी किसने नहीं खाई होगी। बॉल से कांच टूटने पर पड़ोसियों से सज़ा किसने नहीं पाई होगी। पांच रुपए में दोस्तों को पेस्ट्री खिला दिया करते थे। खटोरी चापट इमली चूरण के चटकारे हम सब मिलकर लिया करते थे। जब गुड्डा गुड्डी का ब्याह हम सब रचाते थे। खाने में बिस्किट का हलवा और नमकीन की सब्जी हम बनाते थे। पार्ले जी बिस्किट का मजा बिना चाय के क्या ही आया था। सच में 90s और 00s का वो बचपन हमने खुलकर बिताया था। सृष्टि तिवाड़ी शान -srishti tiwari
Yaara ji ek baat poochu kya karte ho hume ab bhi wese hi yaad . Aaj bhi kya h dill me humse milne ki fariyad. Maana dur h hum ab hum tumse Par ho tum abhi bhi hamare hi yaar Yaara ji hamare zahan me h tumhari har achchi baat. Buri baaton ko hum na karte yaad . Hume yaad h tumhara wo andaaz jisme humari hoti thi baat . Aaj pehli baar muntshir h teri shaan. But still tu hi h meri zindagi or tu hi h mera yaar . -srishti tiwari
*उसकी प्यारी बातें* उसकी सूरत तो बड़ी खूबसूरत है ही। मुझे प्यार है उसकी प्यारी बातों से। सीरत भी बड़ी अच्छी है उसकी। मुझे मोहब्बत है उसकी सोहबतों से। हां मिलते बहुत कम है हम दोनों। पर इंतजार रहता है मुलाकात का उनसे। मनाने का अंदाज ही अलग है उनका। तभी तो मजा आता है रूठने में उनसे। भोले इतने हैं कि भोलेपन पर सदके जाऊं। मैं बच्चों सी मुझे लगते वो बच्चे जैसे। यारा जी क्या कहूं आपके बारे। आप जरूरी हो मेरे लिए दीए में बाती जैसे। -srishti tiwari
पापा एक पल में गुस्सा और दूसरे पल मान भी जाते हो। पापा ना जाने आप ऐसे क्यों बन जाते हो? बड़ो की डांट में भी प्यार होता है हर बार यह कहलाते हैं। पापा आप मां की तरह प्यार क्यों नहीं जताते हो? हर पल हमें खुश देख खुश हो जाते गम अपने हमसे छुपाते हो। पापा ना जाने आप ऐसा क्यों कर जाते हो? जब पुराने घर के बाहर पानी भरता था मुझे गोदी में घर ले आते थे। पापा एक पल में सुपरहीरो कैसे बन जाती हो? मैंने जब आपकी उंगली पकड़कर चलना सीखा था उस पल को याद करके आप मुस्कुराते हो। पापा इतनी प्यारी मुस्कान आप कहां से लाते हो? मेरी दोनों बेटियां, बेटियां नहीं शेरनियां हैं हर बार यह कह जाते हो। पापा आप हमें शेरनियां क्यों बताते हो? हमें दिन भर डांटते रहते पर और कहकर तो देखें आप दारा सिंह बन जाते हो। पापा आप इतने प्रोटेक्टिव कैसे बन जाते हो? कभी चाय बनाने की बारी आए तो मास्टर शेफ बन जाते हो। पापा आप चाय बड़ी ही मस्त बनाते हो। कभी पापा कभी दोस्त तो कभी सुपरहीरो बन जाते हो। पापा आप इतने सारे रूप कैसे धर पाते हों? सृष्टि तिवाड़ी शान
*Love at first sight* क्या बताएं उसके पहले दीदार के बारे। हमारे पहली नज़र वाले पहले प्यार के बारे। समां कुछ ऐसा था नज़रों की राह उन्हीं पर टिकी थी। और दिल का तो हाल न पूछें धड़कन वहीं रुकी थी। वो था लंबे लडको में से एक पर हरकतों से बिल्कुल बंदर। मेरा छोटा सा कद , पढ़ाई में थी सिन्सियर। मेरा पहला प्यार आज भी एक सपना लगता है। कैसी थी वो बोंडिंग जो तू आज भी अपना लगता है। अब दूर है फिर भी तेरे नाम से आज भी मेरे गालों पर ब्लश है। सॉरी यार मैं तुझे कह ही नहीं पाई तू मेरा ऑनली क्रश है। दोस्ती है और हमेशा रहेगी उसे तो कभी नहीं भुलाउंगी। पर उस दोस्त का नाम कभी नहीं बताउंगी । Srishti Tiwari Shaan -srishti tiwari
शिव की शक्ति संसार मुझे है कहे मां पर मैं तो करती शिव की भक्ति मुझमें है शिव, शिवमय हूं मैं मै तो हूं बस शिव की शक्ति। पिछले जन्म पिता ने ठुकराया जिसे मैं वो ही शिव की अर्द्धांगिनी सती। पर इस बार जन्मी उनके अनन्य भक्त के घर बनकर पर्वत राज पुत्री पार्वती। मांगा वरदान में मैंने उन्हें जिनकी कथा थी मैं मां से सुनती। आज उसी दिन पाने चली आपको जिस दिन दक्ष के अहं के कारण भस्म बनी थी सती। जिस दिन हुआ बिछोह हमारा आज ही है वो रात्रि । बस एक ही वर चाहे हम कि बने हम हर जन्म आपकी पात्रि । संसार मुझे है कहे मां पर मैं तो करती शिव की भक्ति मुझमें है शिव, शिवमय हूं मैं मै तो हूं बस शिव की शक्ति। सृष्टि तिवाड़ी
देखा हज़ारों दफा आप को फिर बेकरारी कैसी है संभाले संभलता नहीं है दिल। कुछ प्यार में बात ऐसी है। देखकर बस इक आपको खुद ब खुद कदम ये चलते हैं। थामे से थमते नहीं है हम कुछ आपमें बात ऐसी है। दुनिया भर से है बेगाने किस्से हमारे कुछ और है। किसी को भी खबर न हुई प्यार हमारा कुछ और है। देखा..........। हम छोड़ आए खुद को वहीं पहली मुलाकात हुई जहां। मन में रहते हैं बस आप ही और किसी को जगह दी ही कहां देखा.........। सृष्टि तिवाड़ी शान
गर बनाना चाहते हो इस वैलेंटाइन वीक को खास , तो चंद दिनों के लिए उन लोगों के लिए भी कुछ कर देना । गर्व से भरकर रोज़ डे पर एक गुलाब सरहद जाने वाले उस फौजी को दे देना। प्रपोज डे पर अपनी महबूबा को नहीं बल्कि अपने सपनों को प्रपोज कर देना। चाकलेट डे पर चाकलेट अपने घर के बच्चों को दे देना। और अगर टेडी डे पर टेडी बियर गिफ्ट करना चाहो तो, कोरोना में अनाथ हुए बच्चों को कर देना। प्रोमिस डे पर गर्व से देशभक्ति का वचन स्वयं से ले लेना। हग डे पर अपने भाई बहनों को प्यारी सी जादू की झप्पी दे देना । किस डे पर अपने मां पापा को बड़े प्यार से एक किस कर देना। और वैलेंटाइन डे (पुलवामा दिवस) पर उन 40 शहीद को नमन कर लेना। कहती है ये ‘शान’ तुम्हें तुम इस बार मेरे जैसा वैलेंटाइन वीक मना लेना। सृष्टि तिवाड़ी शान
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