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🤝 कविता : दोस्ती का रिश्ता दोस्ती वो प्यारा बंधन है, जिसमें छल-कपट नहीं होता। दिल से दिल का संग जुड़ता है, जहाँ कोई अपना नहीं खोता। हँसी में साथ, ग़म में सहारा, अंधेरों में जैसे उजियारा। तूफ़ानों में भी हाथ थामे, हर मुश्किल को बनाए प्यारा। न कोई सौदा, न कोई झगड़ा, सिर्फ़ भरोसे का गहरा धागा। दोस्ती वो अनमोल खज़ाना, जो हर दिल में रहता जागा। सच्चा दोस्त वही कहलाता, जो हर पल साथ निभाता है। दोस्ती की छाँव में चलकर, जीवन भी स्वर्ग बन जाता है।
🌙 कविता : सपनों की उड़ान सपने वो रंगीन परिंदे हैं, जो पंख नहीं, हौसलों से उड़ते हैं। अंधेरों में भी रौशनी ढूँढते, गिरकर फिर से संभलते हैं। कोई सपनों को छोटा कहे, कोई कहे ये बेकार हैं। पर सपनों के बिना ज़िंदगी, सूखी शाखों के समान है। सपनों से ही मिलता साहस, सपनों से ही मिलती राह। ये ही हमें आगे बढ़ाते, ये ही बनते हैं हमारी चाह। सपनों को मत छोड़ो अधूरा, इन्हें मेहनत से सच बनाओ। क्योंकि जो सपनों को जी लेता है, वही जीवन का असली सुख पाता है।
🌿 कविता : प्रकृति की गोद में हरे पेड़ों की छाँव तले, मन को मिलती शांति गहरे। पंछियों की मीठी बोली, जैसे सुर लहराएँ बहरे। झरनों का संगीत निराला, नदियों का है मस्त तराना। फूलों की मुस्कान सुनहरी, साँसों को खुशबू से सजाना। धूप सुनहरी, चाँद की चाँदी, सितारों की जगमग रातें। धरती माँ की ममता में, छिपी हैं जीवन की सौगातें। कभी ये कोमल, कभी प्रचंड, कभी ठंडी, कभी प्रबल अग्नि। प्रकृति है जीवन का सच्चा गीत, जो हर पल सिखाती है लग्न।
💰 कविता : पैसा पैसा है तो दुनिया झुके, पैसा नहीं तो रिश्ते रूठे। यह चुपचाप दिलों को तोड़े, यह हँसते चेहरों को चुपके से मोड़े। कभी ये सुख देता झोंके-सा, कभी दुख देता तूफ़ान-सा। कभी ये मंदिर में दीप बने, कभी बाजार में शोर बने। पैसा खुद साधन है जीवन का, ना की अंतिम लक्ष्य हो मन का। जिसने इसे मालिक माना, उसने अपनों का साथ गंवाना। सच्चा धन है सादगी में, खुशियों की उस बगिया में। जहाँ प्रेम हो, विश्वास हो, मन में संतोष का वास हो। पैसा आए तो सेवा में आए, भलाई की राह दिखाए। तब ही इसका सही मूल्य है, वरना ये केवल छल का मूल है।
🌹 माँ 🌹 माँ तेरी ममता की छाँव में, हर दर्द भी मुस्कान बन जाता है। तेरी गोद का वो प्यारा आँगन, जहाँ ज़माना भी छोटा लग जाता है। तू भूखी रहकर हमें खिलाती, रातों को जागकर सपने सजाती। तेरे बिना ये जीवन अधूरा, तेरी दुआ से ही राह मिल जाती। तेरी लोरी में सारा जहां है, तेरे आंचल में सुकून-ए-जहां है। माँ, तू ही मेरी सबसे बड़ी दौलत, तेरे बिना सब वीरान सा जहां है। तेरी मुस्कान मेरा ईश्वर है, तेरी दुआ मेरा ताबीज़। तेरे कदमों में ही तो है जन्नत, माँ, तू ही मेरी सबसे बड़ी जीत।
“Offline Vibes” you’re like that one playlist i never skip. 🎧💫 your smile? lowkey illegal, but i’m addicted. 😏✨ and every time you look at me, my wifi heart gets full bars. 📶💖 idc about the world, as long as we’re typing in the same chatbox of life. 💬🌍
सैंयारा – वागड़ी वर्ज़न तूं पास रे, म्हारे पास ऐसो, म्हारो काई अहसास ऐसो, तूं पास रे, म्हारे पास ऐसो, म्हारो काई अहसास ऐसो। अरे म्हे तो मर जाऊं रे, जद तूं म्हे ना पाऊं, थारी बाता में म्हे रातां काटूं, होंठा पे लम्हो-लम्हो, थारो नाम ऐ रे हाय, तूंई म्हे गाऊं रे, तूंई पुकारूं रे... सैंयारा, तूं तो बदल्यो नी, मौसम जरा रूठ्यो ऐ, सैंयारा, तूं तो बदल्यो नी, मौसम जरा रूठ्यो ऐ। अजूं काई पल बाकी ऐ म्हारे पास, बीता लम्हा थी म्हे दुनिया सजाऊं, म्हे तो थारा आंसू थी बन्यो हूँ, म्हारी हंसी में थारी आवाज़, थारी कहानी म्हे अपने आपां सुनाऊं, यादां का तारा... यादां का तारा, टूटै किवें? वो तो म्हारा ऐ, रूठै किवें? बीता दिना की खोली किताबां, गुजरा पल किवें भूलाई? अरे म्हे तो मर जाऊं रे, जद तूं म्हे ना पाऊं, थारी बाता में म्हे रातां काटूं, होंठा पे लम्हो-लम्हो थारो नाम ऐ रे हाय, तूंई म्हे गाऊं, तूंई पुकारूं रे... सैंयारा, तूं तो बदल्यो नी, मौसम जरा रूठ्यो ऐ, सैंयारा, तूं तो बदल्यो नी, मौसम जरा रूठ्यो ऐ...
"Rakhi सिर्फ धागा नहीं, हमारे रिश्ते का सबसे मजबूत वादा है।" "भाई-बहन का प्यार दुनिया का सबसे प्यारा और अनोखा रिश्ता है।" "मेरी कलाई पर बंधा ये धागा, तेरे स्नेह और सुरक्षा का प्रमाण
कभी गुड़ियों की लड़ाई, कभी किताबों की छीना-झपटी, कभी एक ही रिमोट के लिए जंग, पर जब भी किसी और ने कुछ कहा — तो सबसे पहले तू ही मेरी ढाल बना। इस रक्षाबंधन पर बस इतना कहूँगा… तेरे बिना अधूरा हूं, तेरे साथ पूरा हूं..
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