The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
मुश्किल बहुत मुश्किल है और कोई रास्ता भी नही सूझता मै आँखें बंद कर लू मगर सच ऐसे नही छुपता के एक आग हर रोज जलती है सीने मे और धुँआ भी कभी नही उठता मै सो जाऊ सुकून से रातों को मगर नींद का आसरा नही मिलता एक बोझ है सीने पर मेरे आँखों से सावन अब नही छलकता मै चला जाऊ उसपार मगर इससे चढ़ा हुआ कर्ज भी तो नही उतरता रहु खोया हरदम या हसु ये दुनियाँ को कोई फरक तो नही पड़ता कोशिश कर कर मरू यह ठीक है बिना कोशिश हार जाऊ ये मुझे नही जचता मुश्किल बहुत मुश्किल है और कोई रास्ता भी नही सुझता -हर्षद मोलीश्री
પ્રેમ સુ છે.... પ્રેમ એક એહસાસ છે દિલ ના સંગીત ને મળે તે સાજ છે... બે કિનારા ને એક કરે.. તે દરિયો છે.. બે જીવ ને જોડે તે જરીયો છે... પ્રેમ સુ છે... પ્રેમ બે દિલોન ની વાર્તા છે... જીવન મરણ ની ગાથા છે... દર જન્મ સાથ નિભાવનો વચન છે... હર વચન માં છુપાવેલ પ્રેમ.. એ પ્રેમ છે પ્રેમ તપતા ઉંહનાળા માં મળનાર છાયા છે... પ્રેમ તરસ્યા ને મળેલ પાણી છે... પ્રેમ તરસ મિટાવનાર અમ્રિત છે... પ્રેમ સુ છે... પ્રેમ એક કહેવત છે.. કોઈ ને ગમે તો કોઈ ને ન ગમે એ વાત છે... ના કરનાર પણ જીવન માં કરે એક વાર પ્રેમ... પ્રેમ એ રિવાજ છે જે ના જાત.... જોવે બસ મન નો આ સાથ છે.... પ્રેમ પ્યાસ છે... મન ની હુંકાર છે... વિચોરોનો દરિયો છે... હેત અને વહાલ છે... પ્રેમ ના કાગજી હોય પ્રેમ માં ના તાજગી હોય... જો પ્રેમ માં સચ્ચાઈ હોય તો એ પ્રેમ મન નો માલીક હોય...
ऐ ज़िंदगी अब इतना दर्द ना लिखा के टूट जाऊ इस क़दर ना झुका के अभी उम्र छोटी है मेरी मे तुझसे रूठ जाऊ ऐसे दिन ना दिखा.... _हर्षद मोलीश्री
रातो की गहराई इतनी की सोच मे डूब जाऊ नींद की तलप इतनी की आँखें बंद करू तो सोजाऊ.... _हर्षद मोलीश्री
स्वर्ग सुंदरी किंवा अप्सरा नाही मनाला रूचणारी ती साधीसुधी नाही ती मनमोहणारी चित्त चोरणारी ती सुंदर आकृती पण चोर नाही हळव्या मनाची चंचल स्वभावाची मनाच्या कोपऱ्यात सर्व लपवून ठेवणारी ती प्रेमळ वागणारी शांत राहणारी प्रेमानी मला नेहमी जपणारी मनात वसणारी डोळयांत लपणारी केसांच्या गुंत्यात..... बांधून ठेवणारी ना मी गुन्हेगार ना ती अटकेत ठेवणारी किती सुख त्या बंधनात बंधन असूनही ना बंध वाटणारी प्रेमाचे वचन निभावणारी पावलोपावली सोबत चालणारी सुख असो कि दुःख असो कर्तव्य बजावणारी ती नार हिरकणी नशिबानं भेटणारी _हर्षद मोलिश्री
लूलूट जाने को ऐ इंसान तेरे पास है ही क्या क्या लाया था जहाँ मे और क्या लेकर जाएगा बाद मौत के शरीर राख, नाम धुवे मे खो जाएगा जितना समेट रहा है यहाँ सब यही रह जाएगा ये सत्य है यह भी, ना तू जान पाएगा तेरा अपना खुद तुझे आग मे झोँक जाएगा अंत समय कोई तेरा नाम भी ना पुकारेगा एक हार के पीछे टंगी हुई तस्वीर बन जाएगा तू अपने ही बनाए मंदिर में आत्मा कहलाएगा ये संसार तब भी तुझे कहाँ पहचानेगा ये झूठी मोह माया से फिर भी ना तू बच पाएगा यही धर्म चक्र है तू फसता चला जाएगा तू खाक है खाक में ही मिल जाएगा ये डोर जीवन की तू नाप ना पाएगा वरदान अमरत्व का ना हासिल कर पाएगा जीवन मृत्यु के खेले से ना बच पाएगा के ना तू संत ना साधु ना महंत हो पाया तू अपने दिल से पूछ क्या इंसान बन पाया ना सत्य ना तप ना दया ना दान कर पाया लूट गया जो कहता है , बता तूने संसार में आखिर क्या पाया.....?????
जान के भी अंजान रहता है ये खामोश ज़माना कइसौ कहानियाँ कहता है आँखों को मीचे खुदको अंधा कहता है सब देखके अनदेखा करता है ये बात सच साबित करता है मरता और क्या ना करता आगे बढ़ता या ज़माने से डरता तलाश में मुझ जैसे कई है अफसोस के अपनी आँखों पर भी पट्टी बंधी है हाल बहुत बेहाल है जहा देखूं बस शर्मिंदगी है ज़ुबां को लखवां मार जाता है होठों तक आते आते सवाल रह जाता है अपने घर का खयाल ऐ ज़माने मेरे जजबात दबाए रखता है _हर्षद मोलिश्री
उसके दर्द का मजाक बन गया इंसाफ की आग में उसका परिवार भी जल गया नजाने उसके कांपते हुए हाथों ने किस कदर खुदको बचाया होगा पर हार गए वो हाथ सरकार के सामने क्या सोच के उसकी लाश को जलाया होगा नजाने किस रीत को आगे बढ़ाए जा रहे हैं राम के भक्त बने भूमिपूजन शौक से है करते बहु बेटी भले जले पर इनकी सोने की लंका को यहाँ आंच तक न लगे एक जान की कीमत है लगाई पूरे देश ने बस मोमबत्ती है जलाई मैं भी गुनहगार हूँ तेरा बहन गर तेरे लिए आवाज़ ना उठाई... _हर्षद मोलिश्री #justiceforhathrasrapevictim
Hawaye ajj kal kuch dard bhari hai Kayion ke dard ko yeh le uddi hai Maut ka mausam chal raha hai Saasein kayion ki atki padi hai Bojh ban lag raha hai jeen Logon ko Ghar par qaid hona Jindagi sekdo logon ki haathon Main tumhare aa padi hai Toh kuch waqt ko pinjre main yun reh ke dekh lo Kuch waqt ko yeh dard seh ke dekh lo Aane waale pal main beshak khushiyaan hogi Kuch waqt zindagi jeene ke liye ghar par reh lo.... #stayhome #staysafe #coronaoutbreak
काफी है मै फिक्र अब नही करता तेरा ज़िक्र अब नही करता ये दिखावा सिर्फ दुनिया के लिए है ये ना सोच तू सोचना ही मत मैं सोचता भी हूँ तुझे ऐसा सोचना भी मत मेरी सोच मैं तू है इतना काफी है तेरे जाने के बाद भी चाहत मेरी जिंदा है इतना काफी है वो यादें आँखों को आज भी भीगा जाती है इतना काफी है तेरी खुशबू आज भी साँसों मै बसी है इतना काफी है तू भूल जाए मुझे यही अच्छा है याद न करे मुझे यही अच्छा है मुझे पता है ये दर्द तुझसे सहा नही जाएगा इस दर्द के बिना ही तुझे जिंदगी जीने का सहारा मील जाए मेरे लिए इतना काफी है....
Copyright © 2024, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser