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Harshad Molishree

Harshad Molishree

@hari3031
(859)

ऐ ज़िंदगी अब इतना दर्द ना लिखा
के टूट जाऊ इस क़दर ना झुका
के अभी उम्र छोटी है मेरी
मे तुझसे रूठ जाऊ ऐसे दिन ना दिखा....

_हर्षद मोलीश्री

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रातो की गहराई इतनी की सोच मे डूब जाऊ

नींद की तलप इतनी की आँखें बंद करू तो सोजाऊ....


_हर्षद मोलीश्री

स्वर्ग सुंदरी किंवा अप्सरा नाही
मनाला रूचणारी ती साधीसुधी नाही
ती मनमोहणारी चित्त चोरणारी
ती सुंदर आकृती पण चोर नाही

हळव्या मनाची चंचल स्वभावाची
मनाच्या कोपऱ्यात सर्व लपवून ठेवणारी
ती प्रेमळ वागणारी शांत राहणारी
प्रेमानी मला नेहमी जपणारी

मनात वसणारी डोळयांत लपणारी
केसांच्या गुंत्यात..... बांधून ठेवणारी
ना मी गुन्हेगार ना ती अटकेत ठेवणारी
किती सुख त्या बंधनात
बंधन असूनही ना बंध वाटणारी

प्रेमाचे वचन निभावणारी
पावलोपावली सोबत चालणारी
सुख असो कि दुःख असो कर्तव्य बजावणारी
ती नार हिरकणी नशिबानं भेटणारी

_हर्षद मोलिश्री

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लूलूट जाने को ऐ इंसान तेरे पास है ही क्या
क्या लाया था जहाँ मे और क्या लेकर जाएगा
बाद मौत के शरीर राख, नाम धुवे मे खो जाएगा
जितना समेट रहा है यहाँ सब यही रह जाएगा

ये सत्य है यह भी, ना तू जान पाएगा
तेरा अपना खुद तुझे आग मे झोँक जाएगा
अंत समय कोई तेरा नाम भी ना पुकारेगा
एक हार के पीछे टंगी हुई तस्वीर बन जाएगा

तू अपने ही बनाए मंदिर में आत्मा कहलाएगा
ये संसार तब भी तुझे कहाँ पहचानेगा
ये झूठी मोह माया से फिर भी ना तू बच पाएगा
यही धर्म चक्र है तू फसता चला जाएगा

तू खाक है खाक में ही मिल जाएगा
ये डोर जीवन की तू नाप ना पाएगा
वरदान अमरत्व का ना हासिल कर पाएगा
जीवन मृत्यु के खेले से ना बच पाएगा

के ना तू संत ना साधु ना महंत हो पाया
तू अपने दिल से पूछ क्या इंसान बन पाया
ना सत्य ना तप ना दया ना दान कर पाया
लूट गया जो कहता है , बता तूने संसार में आखिर क्या पाया.....?????

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जान के भी अंजान रहता है
ये खामोश ज़माना
कइसौ कहानियाँ कहता है

आँखों को मीचे
खुदको अंधा कहता है
सब देखके अनदेखा करता है

ये बात सच साबित करता है
मरता और क्या ना करता
आगे बढ़ता या ज़माने से डरता

तलाश में मुझ जैसे कई है
अफसोस के अपनी आँखों पर भी पट्टी बंधी है
हाल बहुत बेहाल है जहा देखूं बस शर्मिंदगी है

ज़ुबां को लखवां मार जाता है
होठों तक आते आते सवाल रह जाता है
अपने घर का खयाल ऐ ज़माने मेरे जजबात दबाए रखता है

_हर्षद मोलिश्री

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उसके दर्द का मजाक बन गया
इंसाफ की आग में उसका परिवार भी जल गया

नजाने उसके कांपते हुए हाथों ने
किस कदर खुदको बचाया होगा

पर हार गए वो हाथ सरकार के सामने
क्या सोच के उसकी लाश को जलाया होगा

नजाने किस रीत को आगे बढ़ाए जा रहे हैं
राम के भक्त बने भूमिपूजन शौक से है करते

बहु बेटी भले जले पर इनकी
सोने की लंका को यहाँ आंच तक न लगे

एक जान की कीमत है लगाई
पूरे देश ने बस मोमबत्ती है जलाई

मैं भी गुनहगार हूँ तेरा बहन
गर तेरे लिए आवाज़ ना उठाई...

_हर्षद मोलिश्री

#justiceforhathrasrapevictim

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Hawaye ajj kal kuch dard bhari hai
Kayion ke dard ko yeh le uddi hai

Maut ka mausam chal raha hai
Saasein kayion ki atki padi hai

Bojh ban lag raha hai jeen
Logon ko Ghar par qaid hona

Jindagi sekdo logon ki haathon
Main tumhare aa padi hai

Toh kuch waqt ko pinjre main yun reh ke dekh lo
Kuch waqt ko yeh dard seh ke dekh lo

Aane waale pal main beshak khushiyaan hogi
Kuch waqt zindagi jeene ke liye ghar par reh lo....

#stayhome #staysafe #coronaoutbreak

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काफी है

मै फिक्र अब नही करता
तेरा ज़िक्र अब नही करता
ये दिखावा सिर्फ दुनिया के लिए है

ये ना सोच तू सोचना ही मत
मैं सोचता भी हूँ तुझे ऐसा सोचना भी मत
मेरी सोच मैं तू है इतना काफी है

तेरे जाने के बाद भी चाहत मेरी जिंदा है इतना काफी है
वो यादें आँखों को आज भी भीगा जाती है इतना काफी है
तेरी खुशबू आज भी साँसों मै बसी है इतना काफी है

तू भूल जाए मुझे यही अच्छा है
याद न करे मुझे यही अच्छा है
मुझे पता है ये दर्द तुझसे सहा नही जाएगा
इस दर्द के बिना ही तुझे जिंदगी जीने का सहारा मील जाए
मेरे लिए इतना काफी है....

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Kaash naa samjhi main hi beet jaye ye zindagi
Samajhdaari ne toh bahot kuch cheen kiya humse....

Happy Republic Day 🇮🇳
भारत देश हमारा है...
टुकड़ो मै बटा है देश...
फिर भी कहते एक है ये
नक्शा करे हाल बयान
देश है सरहदों से घिरा
यहा हर भाषा मै देश है
मगर देश मै भाषा हज़ार है
यहा सभी जाति मै देश है
मगर देश मे जाती हज़ार है
हिंदी में कहु या कहु उर्दू में
जय हिंद एक ही नारा है
मराठी मे कहु या कहु गुजराती मे
हिंद ही हमारा प्यारा है
हर रंग जुदा
हर ढंग जुदा
धरम जुदा
भगवान जुदा
मगर एक ही इनका करमा है
देश के आगे झुके सभी
यही गीता यही कलमा है
सरहद जुदा
हर प्रान्त जुदा
रीत जुदा
रिवाज जुदा
जुदा इनका पहनावा है
मगर करते सभी सलाम...
जहा तिरंगा लहराता है...
जवान का है देश ये
जवान यहा जान खोता है
किसान की है ये मिट्टी
किसान यहा रोता है
फिर भी उठते एक साथ कदम
जब दुश्मन आग उगलता है
सब के मन में बसा ये देश...
ये देश हमारा प्यारा है
भारत देश हमारा है.....

हर्षद मोलिश्री...

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