Dhun ishq ki.... Par dard bhari - 35 in Hindi Love Stories by Arpita Bhatt books and stories PDF | धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 35

Featured Books
  • नज़र से दिल तक - 19

    रात का सन्नाटा अस्पताल की गलियों में फैला हुआ था।Anaya balco...

  • कालसर्प का श्राप

    शीर्षक: “कालसर्प का श्राप”️ लेखक – विजय शर्मा एरी---रात के ग...

  • तन्हाई - 3

    एपिसोड 3 तन्हाईभावनाओं की सीमाएँ और समाज का भयसंध्या के ऑफिस...

  • आख़िरी कॉफी

    दिल्ली की हल्की सर्दी ने शहर को एक मुलायम धुंध से ढक रखा था।...

  • अभिसप्त जिंदगी

    -----अभिसप्त जिंदगी------यह कहानी सत्य घटना पर आधारित है भूत...

Categories
Share

धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 35

ईशान अपने कमरे ने जाते ही बेड पर थोड़ी देर बैठ जाता है और सोचने लगता है कि उसे अपने गुस्से पर थोड़ा कंट्रोल रखना होगा। वरना सारा प्लान खराब हो जायेगा। जब तक सिमरन दीदी की पहली एल्बम रिलीज नही हो जाती है, उसे घरवालों को सच नही बताना है। वरना वो कही कोई प्रॉब्लम न खड़ी कर दे। तभी उसे कुछ याद आता है और वो नक्ष को फोन करता है। 

नक्ष - बोल यारा, कितना मजा किया आज! उसने एक्साइटेड होते हुए पूछा। 

ईशान - आज का दिन ही बुरा है यार! उसके बाद ईशान, नक्ष को पूजा वाली सारी बात बता देता है। आज का दिन इसी में रह  गया। ऊपर से गिल्ट फील ही रहा है कि पूजा का दिल दुखाया। 

नक्ष - हां, उसे बहुत बुरा लगा होगा, नक्ष ने पूजा के बारे में सोचते हुए कहा। नक्ष तो वैसे भी उसी के बारे में सोचता रहता था।

ईशान - पर चलो, यह अच्छा हुआ कि उसका पता तो चला। पर यार, वो तानिया जी के बुटीक में काम करती है। मैं अब उसका रोज कैसे सामना करूंगा। तू तो जानता है ना कि उसका भरोसा नही है। 

नक्ष - अरे, तू इतना मत सोच। मैं बात करता हुं उससे! अच्छी लड़की है यार वो, तेरी लाइफ में कोई प्रॉब्लम नही खड़ी करेगी। नक्ष को मन ही मन पूजा की चिंता भी हो रही थी कि वो ठीक तो होगी ना!  

ईशान - हां, वैसे मैने भी नोटिस किया यार कि उसके बिहेवियर में पहले से काफी बदलाव आ गया है। चल देखते है कि क्या होता है? तु कब आ रहा है यहां पर?

नक्ष - अभी तो थोड़ा टाइम है यार! पर थोड़े दिनों में आऊंगा। 

ईशान - चल ठीक है, मैं अभी कॉल रखता हुं। 

नक्ष - हां, पर पूजा का इतना सोचना मत, और तानिया पर कंसंट्रेट कर! चल बाय!

फिर नक्ष फोन रख देता है, और पूजा को फोन लगाता है। 

पूजा अपने फ्लैट में बैठी होती है, तभी उसका फोन रिंग होता है। वो देखती है कि नक्ष का कॉल है तो उठा लेती है। 

नक्ष - कैसी हो पूजा? जाने के बाद भूल ही गई तुम तो!

पूजा कुछ नही बोलती है पर पता नही क्यों, उसे रोना आ जाता है और वो रोने लगती है। 

नक्ष - पूजा, क्या हुआ? तुम ठीक तो हो! तुम रो क्यों रही हो?

पूजा कितने दिनों से अपने मन में सारा दर्द दबाकर बैठी थी, जो नक्ष की आवाज सुनते ही सब बाहर आने लगता है। 

पूजा (रोते हुए) - नक्ष, मेरी क्या गलती है जो भगवान जी ने मेरे साथ ऐसा किया। क्या मैं सच में किसी के प्यार के लायक नही हुं। क्या मैं इतनी बुरी हुं नक्ष? बोलो ना?

नक्ष फोन पर पूजा का दर्द सुनकर खुद रुहांसा हो जाता है और बोलता है कि;

नक्ष - पूजा, प्लीज अपने आप को संभालो! तुम बहुत अच्छी हो। पर हमेशा हमे अपनी लाइफ में वो सब नही मिलता है ना, जो हम चाहते है। इसके लिए खुद को टूटने मत दो और आगे बढ़ने की कोशिश करो! 

पूजा - तुम मेरी फीलिंग्स नही समझोगे नक्ष, तुमने किसी से इतनी शिद्दत से प्यार किया होता तो शायद तुम समझ सकते।

पूजा के ऐसा बोलते ही नक्ष मन में सोचता है कि पूजा, मैने भी तुमसे उतनी ही शिद्दत से प्यार किया है, काश यह बात तुम समझ पाती। पर वो कुछ नही बोलता है।

पूजा - मेरा छोड़ो नक्ष, मैं ठीक हुं। पूजा ने खुद को संभालते हुए कहा। नक्ष समझ गया था कि पूजा बात टालने की कोशिश कर रही है। फिर वो मन ही मन कुछ सोचता है और बोलता है कि;

नक्ष - पूजा, तुम अपना ध्यान रखना! मैं तुम्हे कल फोन करता हुं। अभी थोड़ा सा busy हूं। और नक्ष फोन रख देता है। 

इधक्र तानिया, साहिल और सिमरन खाना खाते हुए आज के दिन के बारे में बात कर रहे थे।  

तानिया - हमे तो लगता है कि अब एक दो दिनों में ही सिमरन एल्बम रिकॉर्ड कर लेगी। 

साहिल - हां दीदी, आपने बिल्कुल सही कहा। और उसके बाद मैं जल्दी ही उस एल्बम को रिलीज करवा दूंगा। ताकि जल्दी से जल्दी सिमरन की आवाज लोगो तक पहुंचे! 

सिमरन - पर मुझे तो थोड़ा डर लग रहा है, साहिल! मैं अच्छे से कर पाऊंगी न! मेरी एल्बम लोग पसंद करेंगे ना!

साहिल समझ जाता है कि सिमरन खुद के ऊपर दबाव महसूस कर रही है। तो वो बोलता है कि;

साहिल - तुम टेंशन मत लो सिमरन, मैं जानता हूं कि तुम पर थोड़ा प्रेशर है पर खुद को फ्री रखो और फिर दिल से गाना! देखना तुम कितना अच्छा करोगी! 

ऐसे ही तीनों बातें करते करते खाना खाते है और थोड़ी देर में अपने अपने रूम में चले जाते है। 

तानिया जैसे ही अपने रूम में आती है तो उसे याद आता है कि आज ईशान काफी परेशान था, ऊपर से हमने भी अजीब बिहेव किया। एक बार उससे बात करके देख लेती हूं, और तानिया, ईशान को फोन लगाती है।

ईशान ने नक्ष का फोन रखा ही था कि उसका फोन फिर से बजता है तो ईशान फोन उठाता है।

ईशान - हां तानिया जी, बोलिए!

तानिया - तुम ठीक हो ना ईशान? तानिया ने उसकी चिंता करते हुए पूछा। 

ईशान - हां बिल्कुल, मैं अच्छा हूं। पर आपको क्या मेरी चिंता हो रही थी। ईशान ने छेड़ते हुए पूछा। 

तानिया - चिंता तो होगी ना, आज बहुत कुछ हुआ है यार। और हम फिर आधी अधूरी बात करके चले गए। 

ईशान - पर मुझे तो ऐसा नही लगा। चलिए वो सब छोड़िए, और बताइए कि सिमरन दीदी का क्या हुआ फिर?

तानिया फिर उसे सब बताती है कि आज सिमरन ने सभी को कैसे इंप्रेस किया। उसके बाद ईशान भी आज उसके घर पर जो हुआ, वो सब बताता है और दोनो ऐसे ही बातें करते रहते है। उन्हें खुद नही पता चलता है कि वो अब एक दूसरे से अपनी सारी बातें शेयर करने लगे थे। पर ईशान कही न कही जानता था कि यह अच्छी शुरुआत है, और वो तानिया को समझने की पूरी कोशिश करता था। 

ऐसे ही एक सप्ताह के अंदर सिमरन अपना एल्बम रिकॉर्ड कर लेती है। और साहिल अब उसके रिलीज की तैयारी शुरू कर देता है। इन दिनों साहिल और सिमरन एक दूसरे को समझने लगे थे और साथ में काफी समय बिताने लगे थे। ईशान ने थोड़े दिन तानिया के बुटीक जाना सही नही समझा और वो अपने करियर पर ध्यान देने लग गया। पर एक भी दिन ऐसा नही जाता था, जिस दिन उनकी बात ना हुई हो। तानिया भी अपने बुटीक को संभालने में लगी हुई थी। पूजा भी खुद को संभालकर रोज बुटीक आती थी और काम कर रही थी। तानिया उसकी मेहनत से बहुत खुश भी थी।

सुबह ईशान अपने कमरे में सोया हुआ था, तभी उसे नक्ष का फोन आता हैं और वो उसे बताता है कि वो इंडिया आ चुका है। 

ईशान - गजब यारा, लेकिन मुझे पहले क्यों नही बताया। मैं लेने आ जाता तुझे!

नक्ष - मैने सोचा कि जब तक कुछ तय ना हो, तब तक नही बताऊं तुझे! चल अब जल्दी से आजा, मैं एड्रेस भेजता हुं। 

क्रमश :