किरण के घर में;
किरण और विपिन घर आ जाते है, और सभी से मिलते है।
सुहाना जी - अच्छा हुआ किरण जो तुम आ गई! हमे कबसे तुमसे बात करनी है। अब जल्दी से बताओ कि तुम्हारे शादी के रिसेप्शन के बारे में क्या सोचा है, तुमने?
विपिन - हम आपको बताने ही वाले थे मम्मी, कि हम अभी रिसेप्शन नही चाहते है। पहले मेरे मम्मी और पापा abroad से वापस आ जाए, उसके बाद ही हम रिसेप्शन रखेंगे, क्यों किरण!
किरण - हां बिल्कुल! वैसे भी अभी विपिन को भी बिजनेस में बहुत काम है।
तभी राजीव जी भी आते है;
राजीव जी - हां किरण, तुमने बिल्कुल सही डिसीजन लिया है। अभी हमे भी अपने प्रोडक्शन हाउस के लिए नया एलबम बनाना है। क्या तुमने इस बारे में कुछ सोचा है?
(राजीव जी के खुद का प्रोडक्शन हाउस है, जिसमे किरण गाना गाती है। किरण बहुत फेमस सिंगर है, यह बात तो आपको पहले भाग में ही पता चल गई थी।)
सुहाना जी - पर अब हमारा प्रोडक्शन हाउस चलेगा कैसे? हमे तो किरण के करियर की भी चिंता हो रही है।
विपिन - आप सभी कुछ ज्यादा ही सोच रहे है। और हमने डिसाइड किया था कि हम उस बारे में अब कभी बात नही करेंगे। और आप सभी किरण की चिंता मत कीजिए। वो सब मैं देख लूंगा!
किरण - आपको नया एलबम बनाना है ना पापा, तो वो बन जायेगा, आप टेंशन न ले इसकी! उसने कुछ सोचते हुए कहा।
राजीव जी - अच्छा ठीक है! पर क्या तुम लोगो को सिमरन का कुछ पता चला?
किरण - क्या पापा, उसके जाने के बाद भी क्या इस घर में उसी की बात होगी। हमे क्या मतलब वो जिंदा हो या मर गई हो! अब हमारी जिंदगी से तो दूर हुई। अब इस घर में उसके बारे में कोई बात नही होगी।
सुहाना जी - बेटा, तुम्हारे पापा तो इसलिए पूछ रहे थे क्योंकि अगर सिमरन नही है तो.................
तभी विपिन उन्हे बीच में ही टोक देता है, मम्मी, क्या आपको किरण की काबिलियत पर भरोसा नही है। आप अब सिमरन के बारे में सोचना छोड़िए और किरण के बारे में ही सोचिए। और अब से इस टॉपिक पर हम डिस्कस नही करेंगे, ठीक है।
यह कहकर किरण और विपिन बाहर चले जाते है। फिर भी राजीव जी और सुहाना जी के चेहरे पर चिंता साफ झलक रही थी।
साहिल के घर में;
साहिल घर पहुंच जाता है मीटिंग खत्म करके! वो सोचता है कि पहले सिमरन के कमरे में जाकर उसके हालचाल पूछ लेता हुं। उसके बाद ही अपने कमरे में जाऊंगा! और वो सिमरन के कमरे की तरफ चल पड़ता है। जैसे ही वो कमरे के बाहर पहुंचता है, वो देखता है कि दरवाजा खुला हुआ है। वो फिर भी knock करता है। पर सिमरन कोई जवाब नही देती है। फिर साहिल अंदर देखता है तो उसे सिमरन bed पर बैठी हुई देखती है, और उसने अपना सर आप हाथों से पकड़ रखा होता है और अपने घुटने पर रखा होता है। साहिल टेंशन में अंदर आ जाता है और पूछता है;
साहिल - क्या हुआ सिमरन? कोई प्रॉब्लम है क्या, तुम ऐसे क्यों बैठी हुई हो?
सिमरन उसकी आवाज सुनकर अचानक से उठती है और सोचती है कि साहिल जी कब यहां पर आए?
साहिल उसकी घबराहट समझ जाता है और बोलता है कि;
साहिल - मैने दरवाजा knock किया था, पर तुमने कोई जवाब नही दिया तो मैं थोड़ा डर गया और अंदर देखने आ गया। सॉरी, अब मैं ध्यान रखूंगा।
सिमरन - अरे नही नही साहिल जी! आपको सॉरी बोलने की जरूरत नही है। आपकी गलती नही है, हमारा ही ध्यान नही था।
साहिल - अच्छा, ठीक है। तुम एक बात मानोगी मेरी, प्लीज!
सिमरन - हां, बोलिए!
साहिल - तुम मुझे साहिल ही बुलाया करो प्लीज! ऐसे जी मत लगाया करो।
सिमरन - लेकिन मैं आपको ऐसे कैसे बुला सकती हूं?
साहिल - जैसे मैं तुम्हे बुलाता हुं। तभी तो हम फ्रेंड्स बन सकेंगे, है ना!
सिमरन - हां,सही कहा आपने साहिल जी, I mean sahil. अब ठीक है, और फिर वो दोनो हंसने लगते है। साहिल तो बस उसे देखता ही रह जाता है।कितनी सुंदर मुस्कान है इसकी! कोई कैसे इसे तकलीफ पहुंचा सकता है भला!
सिमरन - वैसे आपने मेरा मूड एक दम सही कर दिया Thanks again.
साहिल - अच्छा, ऐसा है क्या? मुझे तो पता ही नही था कि मैं किसी का sad मूड भी अच्छा कर सकता हूं। और फिर से दोनो हंसने लगे। और फिर साहिल, सिमरन को डिनर पर मिलने का बोलकर अपने कमरे में आ जाता है।
इधर सिमरन के चेहरे पर अभी भी मुस्कान थी, तो वो अपना खुद का कमरे में टहलने लगी, तभी उसे आगरा के फेमस ताजमहल की तस्वीर दीवार पर लटकी हुई दिखाई दी, तो उसे वो पल याद आ गया, जिस वक्त वो अपने परिवार से छुपकर ताजमहल घूमने गई थी।
इधर साहिल के कमरे में;
साहिल खुश नजर आ रहा था क्योंकि उसने सिमरन के चेहरे पर मुस्कान देखी थी, काफी टाइम बाद। और वो गाना गुनगुनाते हुए कबर्ड खोलता है, और उसमे से अपने चेंज करने के लिए कपड़े निकलता है, तभी उसके कपड़ो में से एक लड़की का ब्रेसलेट गिरता है। जैसे ही साहिल को नजर उस ब्रेसलेट पर पड़ती है, वो उसे उठता है और उस ब्रेसलेट के बारे में याद करने लगता है कि साहिल दो साल पहले एक दिन अपने फ्रेंड्स के साथ ताजमहल घूमने गया था। बहुत ही खूबसूरत सी जगह, जहां जाकर सुकून मिलता है। वो सभी फ्रेंड्स टहल रहे थे, तभी साहिल उधर गार्डन की तरफ चला जाता है, कुछ फूलों को करीब से देखने ! तभी उसे झाड़ियों के पीछे से किसी लड़की के गाने की आवाज आती है। वो आवाज सुनकर साहिल ने अपनी आंखें बंद कर ली और इस आवाज को महसूस करने लगा। इतनी प्यारी आवाज कि सीधा दिल में उतर गई। साहिल को तो उस आवाज से ही प्यार हो गया था। जैसे ही वो लड़की गाना खत्म होती है, तो साहिल उसे देखने के लिए झाड़ियों के पीछे जाता है, तो देखता है कि वो वहां से जा चुकी है. तभी साहिल उसे ढूंढने के लिए इधर उधर निगाह घुमाता है, तो एक लड़की उसे जाती हुई दिखती है। पर वो उस समय उसे पीछे से ही देख पाता है।
जैसे ही वो उसके पीछे जाने वाला होता है, तो उसके फ्रेंड्स उसे बुला लेते है, और वो उनके साथ चला जाता है। पर साहिल का मन में वो आवाज बस गई थी, और उसे बस वही गाने को आवाज सुनाई दे रही थी। तभी वो खोया हुआ सा चल रहा था कि सामने से एक लड़की आकर उससे टकरा जाती है, और उसका ब्रेसलेट गिर जाता है। वो लड़की इतनी जल्दी में थी कि उसे ध्यान ही नही रहता है कि कब उसका ब्रेसलेट गिर गया। वो तो बस पीछे मुड़े बिना ही साहिल को सॉरी बोलकर चली जाती है। साहिल जब तक संभालता, तब तक तो वो बहुत आगे निकल गई थी। तभी साहिल उसे पीछे से नोटिस करता है तो उसे पता चलता है कि यह तो वो गाने वाली लड़की ही है। और वो अपनी किस्मत को कोसता है कि वो इस बार भी उसका चेहरा नही देख पाया। पर वो उस ब्रेसलेट को अपनी जेब में रख लेता है। और मन ही मन ठान लेता है कि वो इस लड़की का पता लगाकर रहेगा।
पर फिर दिन गुजरते गए, तो साहिल भी अपने करियर में लग गया, तो उसे समय ही नही मिला कि वो उस प्यारी आवाज वाली लड़की का पता करे! फिर एक दिन वो ऐसे ही गाने सुन रहा होता है तो एक एक्सक्लूसिव गाना निकला होता है नई सिंगर का, और जैसे ही वो गाना शुरू होता है, साहिल की तलाश पुरी हो जाती है। क्योंकि यह वही आवाज थी जो उसने उस दिन ताजमहल के गार्डन में उस लड़की की सुनी थी। फिर उसने उस सिंगर के बारे में पता किया तो उसे पता चला कि वो सिंगर का नाम किरण आचार्य है, जिसने अभी अभी म्यूजिक इंडस्ट्री में पांव रखा है। उसने अपने प्रोडक्शन हाउस के जरिए किरण को ऑफर भी भेजा, लेकिन किरण ने सारे ऑफर ठुकरा दिए। क्योंकि वो सिर्फ अपने होम प्रोडक्शन के लिए ही गाने गाती थी। फिर साहिल को किरण के बारे में पता लगा गया कि वो उसके साथ काम करने को लेकर intrested नही है। पर जब भी साहिल उसका कोई गाना सुनता, तो बस मदहोश ही हो जाता था,उसकी आवाज में! तभी दरवाजे में दस्तक होती है, और शांता ताई आकर खाने के लिए बुलाकर जल्दी में वापस चली जाती है। साहिल वो ब्रेसलेट वापस अपनी कबर्ड में रख देता है और जल्द से चेंज करके, डिनर के लिए कमरे से निकल जाता है।
इधर सिमरन को ताजमहल की तस्वीर देखकर वो दिन याद आता है, जब वो पहली बार और आखरी बार वहां पर गई थी। वहां पर उसे सुकून मिलता था। पर तभी उसे याद आया कि उस दिन उसके साथ कुछ अजीब भी हुआ था, लेकिन वो फिर से खुद को ही डाटने लगती है कि सिमरन, तू फिर वही बात सोचने लगी! अब तो उस बात को दो साल हो चुके है। फिर भी वो बात भुला नही पाती है तू? सिमरन ऐसे ही खुद से बात कर रही होती है, तभी शांता ताई आकर उसे भी डिनर के लिए बुलाती है और जल्दी में चली जाती है। तो सिमरन उनके पीछे ही डिनर करने के लिए कमरे से निकल जाती है।
क्रमश :
Hello दोस्तो! आप प्लीज हमे कॉमेंट सेक्शन में बताया कीजिए कि आपको यह स्टोरी कैसी लग रही है? तभी हमे अपनी गलतियां पता चलेगी और हम उसमे सुधार कर सकेंगे! जो भी हमे अपना precious टाइम निकालकर रिव्यू देते है, हम उनके आभारी है। क्योंकि हमे रिव्यू पढ़कर ही और आगे लिखने की प्रेरणा मिलती है!
धन्यवाद!❤️✨