इतिहास के पन्नों से 8
भाग - 8
नोट - ‘ वैसे तो इतिहास अनंत है ‘ लेख में इतिहास की कुछ घटनाओं के बारे में पहले प्रकाशित भागों में उल्लेख है, अब आगे पढ़ें ….
1 . द बर्लिन वॉल - द्वितीय विश्व युद्ध 1945 में समाप्त हो गया था . उस समय विश्व में दो सुपर पावर थे , अमेरिका और सोवियत यूनियन . दोनों सुपर पावर में शीत युद्ध ( cold war ) की स्थिति थी . तब जर्मनी पर हिटलर का शासन नहीं रहा था . उसका एक हिस्सा सोवियत यूनियन ( USSR ) की तरफ था तो दूसरा अमेरिका की तरफ . 1949 में औपचारिक रूप से जर्मनी दो अलग अलग देशों में बंट गया - पहला वेस्ट जर्मनी ( जो अमेरिका की तरफ था ) और जर्मन डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ( GDR या ईस्ट जर्मनी ) जो USSR की तरफ था . उस समय दोनों जर्मनी के बीच कोई दीवार नहीं थी और दोनों तरफ के लोगों के रिश्तेदार दोनों तरफ रहते थे और वे आपस में मिला करते थे . पर 13 अगस्त 1961 की सुबह जब दोनों तरफ के लोगों की नींद खुली तब उन्होंने देखा कि बर्लिन में दोनों जर्मनी के बीच GDR की सेना एक दीवार खड़ी कर रही है जिसे ‘ बर्लिन वॉल ‘ कहा गया . अब एक दूसरे के रिश्तेदार और प्रिय जन एक दूसरे से जुदा हो गए यहाँ तक कि कुछ के घर भी ईस्ट और वेस्ट के बीच बंट गए थे . जब तक दीवार पक्की और मजबूत नहीं थी कुछ लोग एक दूसरे की तरफ आने जाने का प्रयास करते थे . इस कारण काफी लोगों की मौत भी हुई थी . समाजवादी विचारधारा वाली ईस्ट जर्मनी की सरकार वेस्ट जर्मनी के तथाकथित फ़ासिस्ट लोगों को आने से रोकना चाहती थी . हालांकि लोगों के घोर विरोध के चलते कठोर चेकिंग के बाद लोगों को एक तरफ से दूसरी तरफ आने जाने की इजाजत थी .
1989 के बाद से ही सोवियत यूनियन के विघटन का आरम्भ होने लगा था . 9 नवंबर 1989 को ईस्ट जर्मनी में बर्लिन में 5 लाखों बर्लिन वॉल के पास जमा हो कर उसका विरोध करने लगे और फलस्वरूप बर्लिन वॉल गिरा दिया गया .
2 . प्रथम विश्व युद्ध - 1914 - 1918 में दुनिया ने एक ऐसा युद्ध देखा जो एक वैश्विक युद्ध था जिसका आरंभ तत्कालीन विकसित पश्चिमी यूरोपीय देशों ने किया और बाद में इसमें , संयुक्त राज्य अमेरिका अफ्रीका , मिडिल ईस्ट , एशिया पसिफ़िक आदि के देश भी शामिल हुए . इस युद्ध का असर पूरी दुनिया पर पड़ा , इसे वर्ल्ड वॉर I या प्रथम विश्व युद्ध कहा जाता है . इसके चलते कुछ देश टूटे तो कुछ नए देश बने .
प्रथम विश्व युद्ध के आरम्भ का कारण 28 जून 1914 को एक बोस्नियाई सर्ब द्वारा ऑस्ट्रो - हंगेरियन सिंहासन के उत्तराधिकारी अर्च्दुके फ्रांज़ फर्डीनांड की हत्या थी . ऑस्ट्रिया और हंगरी ने सर्बिया को इसका दोषी कहा और 28 जुलाई 1914 को युद्ध की घोषणा की . यह युद्ध बढ़ कर दो खेमों में बंट गया . पहला खेमा एलाइड पावर जिसमें मुख्य देश - फ्रांस , ब्रिटेन , इटली , रूस और अमेरिका थे जबकि दूसरा खेमा था सेंट्रल पावर जिसमें जर्मनी , बुल्गारिया , ओटोमन साम्राज्य , ऑस्ट्रिया और हंगरी थे . इस युद्ध में एलाइड पावर विजयी हुए और 11 नवंबर 1918 को वर्ल्ड वॉर I समाप्त हुआ था .
इस युद्ध में नयी तकनीक का इस्तेमाल हुआ - मशीन गन , ट्रेंच , , युद्धपोत , सबमरीन , एयरफोर्स , विषैले गैस आदि . युद्ध बहुत विनाशकारी था जान माल का भरी नुक्सान हुआ था दोनों के लिए . एक अनुमान के अनुसार एलाइड पावर के 9 लाख और सेंट्रल पावर के 8 लाख लोगों की मौत हुई थी ( सैनिक और सिविलियन दोनों मिलाकर ) .
3 . द्वितीय विश्व युद्ध - दुनिया प्रथम विश्व युद्ध की विभीषिका से अभी पूरी तरह उबर भी नहीं सकी थी कि दूसरा विश्व युद्ध दस्तक दे रहा था . प्रथम विश्व युद्ध में मिली हार और उसके चलते हुए वर्साई ( फ्रांस ) में समझौते के चलते जर्मनी में बहुत असंतोष और रोष था . समझौते के अनुसार जर्मनी पर बहुत पाबंदियां लगीं , उसे काफी क्षेत्र की हानि हुई थी और मुआवजा देना पड़ा था . वर्ल्ड वॉर 1 के बाद महामंदी छायी थी . इन सब के चलते जर्मनी में हिटलर और उसकी नाज़ी पार्टी का उदय हुआ . हिटलर अपनी क्षेत्रीय सीमा का विस्तार करना चाहता था . शुरू में ब्रिटेन और फ्रांस दोनों ने हिटलर को खुश करने के लिए और आगे वे किसी बड़े युद्ध से बचें , इसके चलते इसे नजरअंदाज किया . हिटलर के विस्तारवाद की इच्छा बढ़ती गयी और उसने 1 सितम्बर 1939 को पोलैंड पर आक्रमण कर दिया . तब ब्रिटेन और फ्रांस ने जर्मनी पर युद्ध की घोषणा की . यहीं से दूसरे विश्व युद्ध का आरम्भ हुआ . उधर दूसरी तरफ एशिया में जापान विस्तार किये जा रहा था विशेष कर चीन में . धीरे धीरे अन्य देश भी इस लड़ाई में शामिल हुए . विश्व फिर दो खेमों में बंट रहा था . इसी बीच 7 दिसंबर 1941 को जापान ने अमेरिका के हवाई द्वीप स्थित पर्ल हार्बर में नौ सेना के बेड़े पर अचानक बमबारी कर दी . इस बमबारी में अमेरिका को काफी हानि हुई , कई युद्धपोत नष्ट हुए और करीब 2400 सैनिकों की मौत हुई . इसके कारण अमेरिका भी स्पष्ट रूप से वर्ल्ड वॉर II में शामिल हो गया .
युद्ध फिर दो खेमों में हो रहा था . पहला खेमा एलाइड फोर्सेज जिसमें सोवियत यूनियन , अमेरिका , ब्रिटेन और चीन मुख्य देश थे तो दूसरा खेमा एक्सिस फोर्सेज था जिसमें जापान , जर्मनी और इटली मुख्य थे . एक बार फिर करीब करीब पूरी दुनिया युद्ध स्थल में बदल गयी , वर्ल्ड वॉर 1 से भी बड़े पैमाने पर .
यह युद्ध लगभग 6 वर्षों तक चला . युद्ध के अंत का आरम्भ जून 1944 में हो गया जब एलाइड फोर्सेज ने नोर्मंडी ( फ्रांस ) पर चढ़ाई कर दिया . फिर अमेरिका ने 6 अगस्त 1945 को जापान के हिरोशिमा और फिर तीन दिन बाद 9 अगस्त को नागासाकी पर एटम बम गिराया था . एटम बम ने दोनों शहर को भस्म कर दिया और लाखों लोगों की मौत हुई . इसके अतिरिक्त लाखों लोग रेडिएशन के चलते अनेक बीमारी के शिकार हुए . एटम बम का उपयोग उसके बाद अभी तक नहीं हुआ है . इसे देखते हुए जापान आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार हुआ . दूसरी तरफ एडोल्फ हिटलर ने अपनी पराजय को देखते हुए जर्मनी में अपने बंकर में 30 अप्रैल 1945 को आत्महत्या कर ली थी . उधर सोवियत यूनियन ने 8 अगस्त 1945 को जापान पर युद्ध की घोषणा कर दी थी . हालांकि वर्ल्ड वॉर 2 के अंत की औपचारिक कोई तिथि मान्य नहीं है पर 15 अगस्त 1945 को युद्ध विराम संधि पर साइन हुआ था जिसे VJ day कहा जाता है . औपचारिक रूप से जापान ने 2 सितंबर 1945 को आत्मसमर्पण किया था .
द्वितीय विश्व युद्ध में भी बड़े पैमाने पर जान माल की हानि हुई थी . एक अनुमान के अनुसार एलाइड फोर्सेज के देशों में करीब 6. 1 करोड़ लोग और एक्सिस फोर्सेज देशों में 1. 2 करोड़ लोग मौत के शिकार हुए थे ( सैनिक और सिविलियन दोनों मिलाकर ) .
Tivia - अमेरिका 4 जुलाई 1776 को स्वतंत्र हुआ था पर अमेरिकी महिलाओं को मतदान का अधिकार 1920 में मिला था जबकि हमारे देश में यह अधिकार महिलाओं को शुरू से ही मिला है .
क्रमशः
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