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Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Anything in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultures....Read More


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  • मेरे हिस्से में सिर्फ अलविदा आया

    "मेरे हिस्से में सिर्फ अलविदा आया"कभी माँ की लोरी अधूरी रही,कभी भाई की बातें जरू...

  • ममता की छांव

    बचपन में मुझे ये समझ नहीं आता था कि माँ का आँचल इतना सुकून क्यों देता है। शायद इ...

  • नेहरू फाइल्स

    कई क्षेत्रों में नेहरू द्वारा की गई भूलों की एक पूरी श्रृंखला के चलते-ऐसा कहना ज...

पहली नज़र की खामोशी - 10 By Mehul Pasaya

एपिसोड 10 – जब किताबें अपना सच कहें---1. एक सामान्य सुबह – लेकिन मन बेचैननैना आज लाइब्रेरी जल्दी पहुँची थी।हवा में हल्की नमी थी, जैसे रात की कोई अधूरी बात अब भी तैर रही हो।आरव का म...

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नेहरू फाइल्स - भूल-4 By Rachel Abraham

भूल-4जिन्ना और मुसलिम लीग (ए.आई.एम.एल.) की सहायता करना जिन्ना और ब्रिटिश अधिकारियों—दोनों ने ही सन् 1939 में नेहरू और उनकी मंडली के चलते कांग्रेस के मंत्रालयों द्वारा दिए गए इस्तीफ...

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मेरे हिस्से में सिर्फ अलविदा आया By Aadi jain

"मेरे हिस्से में सिर्फ अलविदा आया"कभी माँ की लोरी अधूरी रही,कभी भाई की बातें जरूरी रही,पर कोई भी ठहर न सका…हर रिश्ता बस आते ही बिछड़ता गया।कॉलेज की भीड़ में एक चेहरा था,जो मेरी खाम...

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तन्हा सफ़र: जज़्बातों की छांव में भीगा इश्क़ - 1 By Babul haq ansari

भाग-1: बारिश की पहली बूँद और एक अधूरा नाम        रचयिता: बाबुल हक़ अंसारीउस रोज़ बारिश कुछ अलग थी…  ना ज़ोर से बरसी, ना आहिस्ता गिरी — बस जैसे किसी की यादों को छूने आई हो।आर्यन अपन...

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मंजिले - भाग 35 By Neeraj Sharma

एक हादसा ----- ये एपिसोड लिखा जा रहा है। सच्ची घटना, समय पूछोगे तो नहीं बता सकता। मंजिले कहानी सगरहे की उनमत कहानी ------"एक हादसा "                                            समय...

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ममता की छांव By Aadi jain

बचपन में मुझे ये समझ नहीं आता था कि माँ का आँचल इतना सुकून क्यों देता है। शायद इसलिए, क्योंकि उसमें छुपा होता था वो प्यार, जो हर दर्द को चुपचाप मिटा देता था। माँ की गोद मेरे लिए जन...

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इश्क की लाइब्रेरी। - 17 By Maya Hanchate

पिछले चैप्टर में हमने यह पढ़ा की किस तरह माया एक बूढी औरत को बचाने के लिए चार गुड्डू से लड़ाई करती है दूसरी तरफ रुचिता अपने बॉयफ्रेंड कुणाल को कॉलेज के गार्डन में जोर-जोर से मारती...

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महाराणा सांगा - भाग 3 By Praveen Kumrawat

पृथ्वीराज सूरजमल के षड्यंत्र-पाश में सूरजमल कुशल कूटनीतिज्ञ था, इसमें कोई संदेह नहीं। उसने युवराज पृथ्वी और कुँवर संग्राम सिंह के बीच हुए झगड़े की बात स्वयं महाराणा रायमल को बताई। ...

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नेहरू फाइल्स By Rachel Abraham

कई क्षेत्रों में नेहरू द्वारा की गई भूलों की एक पूरी श्रृंखला के चलते-ऐसा कहना जरा भी अतिशयोक्ति नहीं होगी कि उन्होंने बड़े पैमाने पर भूलें कीं। भारत, जो उनके कार्यकाल की समाप्ति तक...

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धन्ना जाट By Ankit

भक्त धन्ना जाटधन्ना जाट शालग्राम जी के बचपन से ही भक्त थे। इनका जन्म 1415 ईस्वी में दियोली शहर के नज़दीक गाँव धुआं में हुआ था। यह गाँव राजस्थान के टौंक जिले में है। उनके गुरु रामान...

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बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 19 By Maya Hanchate

रीकैप पिछले चैप्टर में हमने यह पढ़ा की किस तरह शिवाय बेचैन होकर बच्चों के साथ बाहर निकल जाता है शिवाय के साथ-साथ कार्तिक ,पालकी और प्रणय भी निकालते हैं।घर जाकर सब अपने कमरे में जाक...

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उसे मैं नहीं ... By Manshi K

" हार जाती हूं मैं अक्सर अपने आंसुओं से ,कोई तो हो जो मुझे समझे पर ऐसा कभी हुआ नहींजिसे दिल से चाहा उसे भी झूठी लगी ,अब तो मेरी आखिरी ख्वाहिश है उसे मैं नहीं ..... मेरी मौत की खबर...

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रास्ता By Shwetal Patel

हमारा जीवन एक सड़क की तरह है,उस रास्ते पर चलते हुए हम अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग लोगों से मिलते रहते हैं,जुड़ते रहते हैं।  इसी तरह जिंदगी की राह में एक मोड़ पर हमारी मुलाकात इस आलेख...

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जय जोहार By Dr. Ashmi Chaudhari

  “जोहार” शब्द किसी एक व्यक्ति या राजा द्वारा नहीं दिया हैं , यह आदिवासी समाज जनजातियों की सांस्कृतिक चेतना और परंपरा से निकला है, विशेष रूप से संथाल, मुंडा और हो जैसी जनजातियों मे...

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नारद भक्ति सूत्र - 21.भक्ति में क्या करें, क्या न करें By Radhey Shreemali

21.भक्ति में क्या करें, क्या न करेंवादौ नावलम्ब्यः ||७४|| बाहुल्यावकाशादनियतत्वाच्च ॥७५||अर्थ : वाद-विवाद का अवलंब नहीं लेना चाहिए ।।७४।। क्योंकि बाहुल्यता का अवकाश है तथा वह अनियत...

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क्या आप भी आपके पिता से नफरत करते हो? By Bhagyashree Budhiwant

रात का समय था। आसमान में बादल गरज रहे थे, और सड़कें सुनसान थीं। शहर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के बाहर एक बूढ़ा आदमी भीगी ज़मीन पर बैठा था। उसकी आंखें अस्पताल के गेट पर टिकी थीं,...

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वे दिन ...कॉलेज के By Dr Sandip Awasthi

------------------------------------------- राजकीय महाविद्यालय अजमेर, (जीसीए), उस वक्त जिसमें करीब पांच हजार नियमित विद्यार्थी, तीन सौ से अधिक प्राध्यापक मौजूद रहते थे। राजस्थान का...

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इतिहास के पन्नों से - 4 By S Sinha

  इतिहास के पन्नों से    भाग -4    नोट - ‘ वैसे तो इतिहास अनंत है ‘   लेख में इतिहास की कुछ घटनाओं के बारे में पहले प्रकाशित भागों में  उल्लेख है, अब आगे पढ़ें कुछ अमेरिकी घोटाले … ...

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मेरे गुरुओं को नमन By Dr Sandip Awasthi

मेरा मुझमें कुछ नहीं ------------------------------------------ सर्वपल्ली राधाकृष्ण जी के जन्म दिवस पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है। अन्यथा शिक्षकों को तो कोई वर्ष भर याद ही नहीं करता...

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डॉक्टर, मैकेनिक और भगवान By Dr Sandip Awasthi

संस्मरण_ डॉक्टर, मैकेनिक और भगवान _________________________ हाल ही में जोधपुर की होनहार प्रतिभाशाली आरएस अधिकारी प्रियंका विश्नोई, आयु 31 वर्ष की गायनिक समस्याओं और असफल ऑपरेशन से...

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मन की हार, ज़िंदगी की जीत - भाग 3 By DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR

हमारे समाज की Conditioningहम पैदा होते हैं एक खुली किताब की तरह — न कोई डर, न कोई सोच, न कोई सीमा। लेकिन जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हमारे आसपास का समाज, परिवार, शिक्षक, रिश्तेदार,...

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सम्राट- अपने सच से अनजान - 10 By Khushwant Singh

पिछली कहानी में हमने पढा़ कि प्रीत आयांशी को कॉल करके उसे विजय और वियांशी के बर्थडे़ पार्टि में आने के लिए राजपुत विला बुलाती हैं। अब आगे..........                 आयांशी रेडी़ होक...

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रियल सुपरस्टार धर्मेंद्र V S सुपर स्टार राजेश खन्ना By Dr Sandip Awasthi

------------------------------------------- फिल्म प्रोड्यूसर एंड डायरेक्टर एसोसिएशन द्वारा टेलेंट कांटेस्ट में धर्मेंद्र चुने गए वर्ष उन्नीस साठ में। फिल्म आई "दिल भी तेरा हम भी ते...

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बाजार - 20 (अंतिम भाग) By Neeraj Sharma

बाजार ----20/19 धारावाहिक                                            बम्बे किसी का सूर्य अस्त तो किसी का उदय हो कर डूबने तक का सफर कर चूका होता हैं। कितने मौसम देखे होंगे... उस सूर...

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पहली नज़र की खामोशी - 10 By Mehul Pasaya

एपिसोड 10 – जब किताबें अपना सच कहें---1. एक सामान्य सुबह – लेकिन मन बेचैननैना आज लाइब्रेरी जल्दी पहुँची थी।हवा में हल्की नमी थी, जैसे रात की कोई अधूरी बात अब भी तैर रही हो।आरव का म...

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नेहरू फाइल्स - भूल-4 By Rachel Abraham

भूल-4जिन्ना और मुसलिम लीग (ए.आई.एम.एल.) की सहायता करना जिन्ना और ब्रिटिश अधिकारियों—दोनों ने ही सन् 1939 में नेहरू और उनकी मंडली के चलते कांग्रेस के मंत्रालयों द्वारा दिए गए इस्तीफ...

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मेरे हिस्से में सिर्फ अलविदा आया By Aadi jain

"मेरे हिस्से में सिर्फ अलविदा आया"कभी माँ की लोरी अधूरी रही,कभी भाई की बातें जरूरी रही,पर कोई भी ठहर न सका…हर रिश्ता बस आते ही बिछड़ता गया।कॉलेज की भीड़ में एक चेहरा था,जो मेरी खाम...

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तन्हा सफ़र: जज़्बातों की छांव में भीगा इश्क़ - 1 By Babul haq ansari

भाग-1: बारिश की पहली बूँद और एक अधूरा नाम        रचयिता: बाबुल हक़ अंसारीउस रोज़ बारिश कुछ अलग थी…  ना ज़ोर से बरसी, ना आहिस्ता गिरी — बस जैसे किसी की यादों को छूने आई हो।आर्यन अपन...

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मंजिले - भाग 35 By Neeraj Sharma

एक हादसा ----- ये एपिसोड लिखा जा रहा है। सच्ची घटना, समय पूछोगे तो नहीं बता सकता। मंजिले कहानी सगरहे की उनमत कहानी ------"एक हादसा "                                            समय...

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ममता की छांव By Aadi jain

बचपन में मुझे ये समझ नहीं आता था कि माँ का आँचल इतना सुकून क्यों देता है। शायद इसलिए, क्योंकि उसमें छुपा होता था वो प्यार, जो हर दर्द को चुपचाप मिटा देता था। माँ की गोद मेरे लिए जन...

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इश्क की लाइब्रेरी। - 17 By Maya Hanchate

पिछले चैप्टर में हमने यह पढ़ा की किस तरह माया एक बूढी औरत को बचाने के लिए चार गुड्डू से लड़ाई करती है दूसरी तरफ रुचिता अपने बॉयफ्रेंड कुणाल को कॉलेज के गार्डन में जोर-जोर से मारती...

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महाराणा सांगा - भाग 3 By Praveen Kumrawat

पृथ्वीराज सूरजमल के षड्यंत्र-पाश में सूरजमल कुशल कूटनीतिज्ञ था, इसमें कोई संदेह नहीं। उसने युवराज पृथ्वी और कुँवर संग्राम सिंह के बीच हुए झगड़े की बात स्वयं महाराणा रायमल को बताई। ...

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नेहरू फाइल्स By Rachel Abraham

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धन्ना जाट By Ankit

भक्त धन्ना जाटधन्ना जाट शालग्राम जी के बचपन से ही भक्त थे। इनका जन्म 1415 ईस्वी में दियोली शहर के नज़दीक गाँव धुआं में हुआ था। यह गाँव राजस्थान के टौंक जिले में है। उनके गुरु रामान...

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बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 19 By Maya Hanchate

रीकैप पिछले चैप्टर में हमने यह पढ़ा की किस तरह शिवाय बेचैन होकर बच्चों के साथ बाहर निकल जाता है शिवाय के साथ-साथ कार्तिक ,पालकी और प्रणय भी निकालते हैं।घर जाकर सब अपने कमरे में जाक...

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उसे मैं नहीं ... By Manshi K

" हार जाती हूं मैं अक्सर अपने आंसुओं से ,कोई तो हो जो मुझे समझे पर ऐसा कभी हुआ नहींजिसे दिल से चाहा उसे भी झूठी लगी ,अब तो मेरी आखिरी ख्वाहिश है उसे मैं नहीं ..... मेरी मौत की खबर...

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रास्ता By Shwetal Patel

हमारा जीवन एक सड़क की तरह है,उस रास्ते पर चलते हुए हम अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग लोगों से मिलते रहते हैं,जुड़ते रहते हैं।  इसी तरह जिंदगी की राह में एक मोड़ पर हमारी मुलाकात इस आलेख...

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जय जोहार By Dr. Ashmi Chaudhari

  “जोहार” शब्द किसी एक व्यक्ति या राजा द्वारा नहीं दिया हैं , यह आदिवासी समाज जनजातियों की सांस्कृतिक चेतना और परंपरा से निकला है, विशेष रूप से संथाल, मुंडा और हो जैसी जनजातियों मे...

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नारद भक्ति सूत्र - 21.भक्ति में क्या करें, क्या न करें By Radhey Shreemali

21.भक्ति में क्या करें, क्या न करेंवादौ नावलम्ब्यः ||७४|| बाहुल्यावकाशादनियतत्वाच्च ॥७५||अर्थ : वाद-विवाद का अवलंब नहीं लेना चाहिए ।।७४।। क्योंकि बाहुल्यता का अवकाश है तथा वह अनियत...

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रात का समय था। आसमान में बादल गरज रहे थे, और सड़कें सुनसान थीं। शहर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के बाहर एक बूढ़ा आदमी भीगी ज़मीन पर बैठा था। उसकी आंखें अस्पताल के गेट पर टिकी थीं,...

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वे दिन ...कॉलेज के By Dr Sandip Awasthi

------------------------------------------- राजकीय महाविद्यालय अजमेर, (जीसीए), उस वक्त जिसमें करीब पांच हजार नियमित विद्यार्थी, तीन सौ से अधिक प्राध्यापक मौजूद रहते थे। राजस्थान का...

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इतिहास के पन्नों से - 4 By S Sinha

  इतिहास के पन्नों से    भाग -4    नोट - ‘ वैसे तो इतिहास अनंत है ‘   लेख में इतिहास की कुछ घटनाओं के बारे में पहले प्रकाशित भागों में  उल्लेख है, अब आगे पढ़ें कुछ अमेरिकी घोटाले … ...

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मेरे गुरुओं को नमन By Dr Sandip Awasthi

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डॉक्टर, मैकेनिक और भगवान By Dr Sandip Awasthi

संस्मरण_ डॉक्टर, मैकेनिक और भगवान _________________________ हाल ही में जोधपुर की होनहार प्रतिभाशाली आरएस अधिकारी प्रियंका विश्नोई, आयु 31 वर्ष की गायनिक समस्याओं और असफल ऑपरेशन से...

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मन की हार, ज़िंदगी की जीत - भाग 3 By DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR

हमारे समाज की Conditioningहम पैदा होते हैं एक खुली किताब की तरह — न कोई डर, न कोई सोच, न कोई सीमा। लेकिन जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हमारे आसपास का समाज, परिवार, शिक्षक, रिश्तेदार,...

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सम्राट- अपने सच से अनजान - 10 By Khushwant Singh

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------------------------------------------- फिल्म प्रोड्यूसर एंड डायरेक्टर एसोसिएशन द्वारा टेलेंट कांटेस्ट में धर्मेंद्र चुने गए वर्ष उन्नीस साठ में। फिल्म आई "दिल भी तेरा हम भी ते...

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बाजार - 20 (अंतिम भाग) By Neeraj Sharma

बाजार ----20/19 धारावाहिक                                            बम्बे किसी का सूर्य अस्त तो किसी का उदय हो कर डूबने तक का सफर कर चूका होता हैं। कितने मौसम देखे होंगे... उस सूर...

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