Ishq aur Ashq - 30 in Hindi Love Stories by Aradhana books and stories PDF | इश्क और अश्क - 30

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इश्क और अश्क - 30

अब अगस्त्य सोच रहा है : पता तो चले की तुम हो कौन ?, उम्मीद करता हू ....मेरे शक फिजूल हो ,और तुम सच में एक अच्छे इंसान हो 
Next day 
सुबह सुबह रात्रि का फोन बजा 
रात्रि : हेलो......
एवी : गुड मॉर्निग , तुम्हे पता है ना आज हमारी पहली डेट है ।
रात्रि की नींद खुली और वो खुद में सोचने लगी : इसे अभी तक याद है ये ......
एवी : हैलो तुम कुछ बोल क्यों नही रही हो । ....
रात्रि ध्यान से निकलती हुई : हम..... हां.....सुन रही हू ....
एवी : मैं आज शाम को सात बजे तुम्हे पिक कर लूंगा 
रात्रि मद्धम सी आवाज में : हम्मम ,, ओके ।
कॉल कट 
एवी अपने रूम में सोच रहा है : मैं यू ठीक तो कर रहा हू ?.....उसमे क्या गलत , मैं उससे सच में प्यार करता हू । पर कही उसे सब याद आ गया तो ......? पर अभी तो याद नही आया ना ......? मैं उसे पूरी कहानी बता दू क्या ......? नही नही .....अभी इस पल को एंजॉय करने दो ।
वो खुद से ऐसी कशमश भारी बातो से जूंझ रहा है ।
दूसरी तरफ 
अगस्त्य सो कर अभी उठा है ...उसने अपनी मॉर्निंग ब्लैक टी ली और अपने जिम रूम में जाकर एक्सरसाइज कर रहा है और तभी उसका फोन बजा ।
अगस्त्य : हेलो ....
वेदिका : सर सारी प्रिपरेशन हो चुकी है पार्टी की ..... गेस्ट को आज शाम पिक करने जाना है मैं किसी को भेज दूंगी ।
अगस्त्य : no वेदिका ! गेस्ट इंपॉर्टेंट हैं .....मैं खुद पिक करूंगा उन्हे ।
वेदिका : but सर ??
अगस्त्य : any problem ......?
वो चुप हो गई : नो सर !
अगस्त्य : okay then ! एंड या .....मेरे केबिन में , कुछ इंपॉर्टेंट पेपर डॉक्यूमेंट रखे होंगे .....प्लीज टेक केयर ऑफ them ।
वेदिका : बट सर मैं तो आपके केबिन में गई थी ! वहा तो कोई डॉक्यूमेंट नही थे ।।।
अगस्त्य : are you sure , वो येलो इनोवोलॉप में थे।
वेदिका : येस सर ! वहा कोई डॉक्यूमेंट नही है
Call cut 
वेदिका : अगस्त्य सर किसी को पिक करने जाने वाले हैं ???? 
दूसरी तरफ 
अगस्त्य : अगर डॉक्यूमेंट केबिन में नही है तो कहा हैं ? ।
वो रेडी हो कर ऑफिस पहुंचा ।
और ऑफिस पहुंच कर उसने हंगामा किया 
अगस्त्य केबिन में बहुत गुस्से में :कहा गए .....यही रखे थे  
वेदिका सहम गई : सॉरी सर बट मुझे यहां ऐसे कोई डॉक्यूमेंट नही दिखे ।
वो गुस्से में केबिन से बाहर आया और चिल्लाया : all members here .....right now ........
सब एक साथ एक जगह जमा हो गए , और सबकी नजर डर में ।
अगस्त्य ने बस एक सेंटेंस में बात खत्म की : कौन गया था मेरे केबिन में .....?
किसी ने कुछ न बोला .....
अगस्त्य रोब भरी आवाज में : वेदिका ...........!  Get the cctv rocordings ..... और जिसका भी नाम आए इसमें, सबको टर्मिनेट कर दो ।
वेदिका : ओके सर !
अगस्त्य अपने केबिन में चला गया , और उस जासूस को कॉल की ।
अगस्त्य :  .....बोला था ना उसकी सॉफ्ट कॉपी मेल करने को । 
जासूस : सर बट ?
अगस्त्य : बट क्या । दुगना अमाउंट चाहिए ? तो जल्दी करो ।
जासूस : में देखता हू क्या हो सकता है 
 
तभी वेदिका केबिन में आई ।
सर रिकॉर्डिंग मिल गई हैं आप देख लीजिए 
अगस्त्य ने कॉल कट की और सीसीटीवी रूम में गया ....
अगस्त्य ने सोचा की कही एवी ने ही डॉक्यूमेंट्स तो नही चुराए ....अगर ये बात स्टाफ को पता चली तो उसकी मूवी पर इफेक्ट पड़ेगा ।इतना सच कर वो बोला : every one out ..... मैं खुद देखूंगा ये फुटेज ।
सब बाहर चले गए , उसने देखना शुरू किया ....
जब नेहा का फोन आया था तब तक डॉक्यूमेंट वही थे उसके बाद कुछ मिनटों की फुटेज मिसिंग है ।
अगस्त्य : ऐसा क्या है उन डॉक्यूमेंट में जो किसी ने मेरे ऑफिस में चोरी करने की हिम्मत कर ली ।
, अगस्त्य से सबर नही हुआ और उसने फिर उस जासूस को कॉल की : हुआ कुछ ....?
जासूस : बस थोड़ी देर ....!
दूसरी तरफ 
शाम के सात बजने वाले हैं और रात्रि मिरर के पास बैठी रेडी हो रही है और कुछ सोच रही है : ये वही दिन है जिसके लिए तू इतना परेशान है , अविराज अविराज सपने के करती रहती थी , और अब जब अविराज सामने है तो तुझे कुछ महसूस क्यों नही ही रहा ।।।।
वो खुद से बहस करे जा रही है : ऐसा लगता है जैसे कुछ अधूरा है .....कोई तो कमी है , या फिर मैं ही ज्यादा सोच रही हू ।
कार के हॉर्न की आवाज आई ।
रात्रि : चल रात्रि एवी आ गया ।
रात्रि नीचे पहुंची , एवी ने उसे देखा 
एवी : तुम बहुत सुंदर लग रही हो ।।।।
रात्रि थोड़ा कॉन्शियस हो गई और दोनो गाड़ी में बैठ कर निकल गए ।
दूसरी तरफ 
अगस्त्य बैठ कर उस डॉक्यूमेंट के मेल का वेट कर रहा है ।
नॉक नॉक ,
येस कॉम इन (अगस्त्य बोला )
सर वो गेस्ट एयरपोर्ट पर पहुंचने वाले हैं तो उनको पिक करने के लिए.......(वेदिका थोड़ा डरते हुए बोली)
अगस्त्य को अपनी सुबह वाली बेस्ट ध्यान आई की गेस्ट को मैं लेने आऊंगा। उसने सोचा की किसी और को भेज दूं? फिर याद आया की इंपॉर्टेंट गेस्ट हैं जाना पड़ेगा ।
अगस्त्य : ठीक है मैं जाता हू ।
7:35 का समय और अगस्त्य आराम से ड्राइव करते हुए जा रहा है ।
तभी उसके फोन एक ईमेल से वाइब्रेट हुआ ।
उसे नोटिफिकेशन से देखा तो ये उसी जासूस ने भेजा था ।
अगस्त्य खुद से  : इतना ज़रूरी थोड़ी है , कल आराम से देख लूंगा .....वैसे भी मैं इंपॉर्टेंट काम से जा रहा हू ।
 दो मिनिट , बस दो मिनिट में उसने अपनी गाड़ी साइड में लगाई और फॉरन मेल ओपन किया ।
उसने वन बाय वन वो पेपर्स देखे .....
अगस्त्य  ने सारे डॉक्यूमेंट देखे .....
अगस्त्य : ये सब तो ठीक है , पर ये क्या है ....उसने थोड़ा जूम inn किया तो पता चला की ये तो ड्राइविंग लाइसेंस है ।