"नहीं! ऐसा मत करो, छोड़ दो please..... जाने दो! नहीं! नहीं!"
"रात्रि उठ! ऐसा कहकर मेघा (रात्रि की मां) ने रात्रि को झकझोर दिया। कितनी बार कहा है इस लड़की को की छोड़ दे ये किताबों की दुनिया, जहाँ कभी परियों की प्रेम कहानी होती है तो कभी पिशाच का बदला।"
"मां...... मैं ठीक हूं, ये मेरी कहानियों की दुनिया नहीं है, कोई तो पहली है और मैं इसे सुलझाकर रहूंगी।
और तब तक मेरी प्यारी मां, आप बस मेरा ऐसा ही ख्याल रखो ये कहते हुए रात्रि ने मेघा को गले लगाया।"
"और सारा प्यार मां बेटी ही बांट लोगी या इस बेचारे पापा पर कोई रहम खाओगी? परेश ने नाश्ते का इंतज़ार करते हुए कहा।
और तीनों खूब हंसे। सबने नाश्ता किया।"
"चलो मां पापा अब मुझे निकलना है आज मेरी एडिटर्स के साथ मीटिंग है।" कहकर रात्रि निकल गई।
---
परेश, आपने उन पंडित जी से बात की?
"मैं अब और अपनी बच्ची को ऐसे नहीं देख सकती," मेघा ने कहा।
"परेश: वो भी वही कहेंगे जो आज तक हर पंडित ने कहा है, रात्रि की कुछ पता नहीं चलना चाहिए वरना हम अपनी बेटी को खो देंगे।"
"मेघा: लेकिन परेश ......." (मेघा की आंखें नम हो गई)
---
ऑफिस में:
"जल्दी करो, रात्रि मैडम के आने का वक्त हो गया है, क्या प्रेजेंटेशन रेडी है?" — नेहा (मैनेजर)
"नेहा मैम ये सब रेडी है, पर कहीं ये भी रिजेक्ट न हो जाए, 17 बार तैयार कर चुके हैं।" — आसमा (एम्प्लॉय)
"17 हो या 1700 इस बार मुझे इस प्रोजेक्ट के लिए एक परफेक्ट स्टोरी चाहिए," — रात्रि अंदर आती हुए कहती है।
"गुड मॉर्निंग मैम, गुड मॉर्निंग मैम।।"
"Hmm hmm,, चलो काम शुरू करते हैं," ये कह कर रात्रि अपने केबिन में चली गई।
---
रात्रि अकेले में सोचती है:
"सबकी कहानियां तो पूरी हो जाएंगी और हो भी रही हैं, पर मेरी ये कहानी कब पूरी होगी, और क्या सच में मेरे उन सपनों का हकीकत से कोई रिश्ता है भी या मैं बस एक भ्रम के पीछे भाग रही हूं।"
---
May I come in ma'am?
नेहा ने दरवाज़ा नॉक किया।
रात्रि हड़बड़ा गई और अपनी नम आंखों को साफ किया और कहा: "Yes come in!"
"मैम, वो मीटिंग की सारी तैयारी हो गई है, और एडिटर आ गए हैं।"
---
रात्रि — एक चौबीस साल की सक्सेसफुल बिज़नेस वूमेन है।
हर मामले में बहुत लकी रही है। एक अच्छे परिवार के साथ-साथ उसे एक अच्छा करियर भी मिला, जिसके लिए उसने बहुत मेहनत भी की थी।
रात्रि के परिवार में उसके मां, पापा, एक भाई (अनुज), और एक दोस्त राबिया है।
रात्रि ने बहुत छोटी उम्र से ही अपने सपनों के पीछे भागना शुरू कर दिया था और आज वो City of Dreams (स्टोरी कंपनी) की मालकिन के साथ-साथ एक राइटर भी है।
उसका ये सफर जितना शानदार दिखता है, उतना ही दर्द भरा भी रहा है।
---
एक चीज़ है जो बचपन से उसे न जीने दे रही है, न मरने:
उसके अजीबो गरीब सपने —
वो कभी अपने सपने में खुद को मरते हुए देखती है तो कभी कुछ लोग किसी और को मारते हुए।
वो व्यक्ति पूरी तरह लहूलुहान होता है।
रात्रि की भागने के लिए कहता है।
वो खुद को रोता हुआ देखती है।
वो सपने में एक बहुत ही खूबसूरत स्त्री को देखती है जिसने बहुत सुंदर कपड़े और गहने पहने हैं,
साथ ही उसके बदन पर अनगिनत घाव हैं जिनका दर्द रात्रि की आंखों से बहता है।
---
रात्रि उसी सपने के सहारे अपनी एक किताब पर तबसे काम कर रही है...
जबसे ये सब शुरू हुआ है, लेकिन अभी तक वो किताब पूरी नहीं कर पाई।
इस बीच उसने काफी किताबें और कहानियां पर काम कर लिया है लेकिन जो उसे अच्छे से याद है वो है —
अविराज — बस यही एक नाम जो वो उसे हर सपने में सुनाई देता है।
---
मीटिंग अच्छे से हुई।
रात्रि की कंपनी अब फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू करने का बड़ा फैसला कर रही है,
जिसके लिए काफी डायरेक्टर और प्रोड्यूसर ने City of Dreams को अप्रोच किया है।
---
रात्रि और एडिटर कैफे में...
एडिटर: "लीजिए आ गए ये, इनसे मिलिए... ये हमारी इंडस्ट्री के जाने माने प्रोड्यूसर Mr. Maan।"
रात्रि: "हेलो, मैं हू...."
मान ने रात्रि को रोकते हुए कहा:
"आपको कौन नहीं जानता, और मैं तो आपके फैन लिस्ट से हूं, वैसे आपको Spy of the Sun, मेरी फेवरेट है।"
रात्रि ने हल्की सी मुस्कान दी, और सब बैठ गए।
रात्रि: "आपके बारे काफी सुना है, Mr. Maan।"
मान: "हम प्रोड्यूसर को कौन जानता है, लोग तो एक्टर्स और कहानियों को जानते हैं।"
---
मान ने मुस्कराकर कहा:
"हमने सोचा — जोहरी खुद हीरे के पास जाए, तो उस हीरे को उसकी कीमत पता चले।"
रात्रि को थोड़ा वीयर्ड लगा: "माफ़ करें मैं समझी नहीं।"
---
मान:
"मेरे पास आपके लिए एक प्रपोजल है, मैंने सुना आप हमारी इंडस्ट्री में डेब्यू करने जा रही हैं,
तो हमारे प्रोडक्शन ने सोचा आपकी लाजवाब कहानियों के साथ काम करने का मौका क्यों छोड़े।"
रात्रि:
"मैं आपके इस विश्वास की सराहना करती हूं Mr. Maan।
पर जैसा की आप जानते हैं की हमारी पूरी टीम इस प्रोजेक्ट पर बहुत मेहनत कर रही है,
काफी प्रपोजल का रिव्यू कर रही है, इसे में, मैं आपको ऐसे हां नहीं कर सकती हूं,
आप अपना प्रपोजल हमें मेल कर दीजिए, हम पूरी कोशिश करेंगे आपको एक अच्छी स्टोरी देने की।"
---
मान: "पर..........."
रात्रि उठ के जाने लगती है, तभी Mr. Maan कहते हैं:
"हम सुपरस्टार ए. वी. सहगल के लिए ये फिल्म बनाना चाहते हैं।"
रात्रि एकाएक एक गहरी सोच में पड़ गई।
रात्रि: "क्या!???!!??"
---
To be continued...