भाग 5 (मजेदार मोड़): एक सनकी हसीना का आगमन
टिमडेबिट ने सब सच बता दिया
रामू चौकीदार, टिमडेबिट की बेतुकी सफाई सुनकर कुछ पल के लिए ऐसे भौंचक्का रह गया, जैसे किसी ने उसे भूत दिखा दिया हो। बैंक के लॉकर का हैंडल और नगर पालिका के घंटे का लुढ़कना... यह दाल में कुछ काला नहीं, बल्कि पूरी दाल ही ऐसी काली लग रही थी, जैसे रात का अँधेरा! लेकिन टिमडेबिट की आँखों में ऐसी भोली मुस्कान थी, मानो कह रहा हो, "अंकल, मैंने तो चींटी भी नहीं मारी!" रामू का दिमाग ऐसे घूम गया, जैसे लट्टू, सोचा - 'यह आदमी है कि ऐसी पहेली, जिसे सुलझाना नामुमकिन है?'
"ठीक है, जाओ यहाँ से उल्लू के पट्ठे! और आइंदा रात को मेरे इलाके में ऐसे मंडराए तो टाँगें तोड़ दूंगा, जैसे कोई लकड़ी तोड़ता है," रामू ने आखिर में ऐसी घुड़की दी, जैसे कोई शेर दहाड़ रहा हो, और अपनी लाठी हवा में ऐसे लहराकर, जैसे कोई जादूगर अपनी छड़ी घुमाता है, दूसरी तरफ मुड़ गया। टिमडेबिट ने अपनी खटारा साईकिल ऐसे चलाई, जैसे कोई चोर भाग रहा हो, और उस भारी-भरकम घंटे को वहीं ऐसे अनाथ छोड़कर, जैसे माँ अपने बच्चे को छोड़ देती है, रफ़ूचक्कर हो गया।
अगले कुछ हफ़्ते टिमडेबिट के लिए ऐसे शांतिपूर्ण रहे, जैसे किसी शरारती बच्चे को डाँट दिया हो। उसने अपनी उस्तादी वाली चोरियों पर ऐसे ब्रेक लगाने की कोशिश की, जैसे कोई शराबी शराब छोड़ने की कोशिश करता है, हालाँकि यह उसके लिए उतना ही मुश्किल था जितना हाथी को सुई के छेद से निकालना। एक शाम, जब वह बरेली के एक ऐसे भूतिया पार्क में भटक रहा था, जैसे कोई खोया हुआ बच्चा, उसकी नज़र एक लड़की पर ऐसे पड़ी - मानो अँधेरी रात में जुगनू टिमटिमा रहा हो।
लड़की एक ऐसी टूटी-फूटी बेंच पर ऐसे बैठी थी, जैसे कोई महारानी अपने सिंहासन पर बैठी हो। चाँद की फीकी रोशनी में उसका चेहरा किसी ऐसे रहस्यमय पेंटिंग जैसा लग रहा था, जैसे किसी पुराने किले की दीवार पर बनी तस्वीर। उसकी आँखें ऐसी बड़ी और गहरी थीं, जैसे किसी कुएं में झाँक रहे हों, जिनमें एक अजीब सी ऐसी बिजली कौंध रही थी उसका लड़की का नाम नैना था
उसे पहली नजर में वो लड़की बहुत सुंदर लगी
और उसे उससे प्यार हो गया
उन्होंने डेट की और अच्छे दोस्त बन गए लेकिन टिमडेबिट
एक बात से अंजान था कि नैना भी एक चोर है
और दोनों का रिश्ता कई महीनों तक चला
उसके बाद नैना ने एक छोड़ी का प्लान बनाया बह
टिंमडेबिट को केवल अपने मतलब के लिए इस्तेमाल करना चाहती थीं ऐसे पता था कि टिंमडेबिट बहुत अच्छी प्लानिंग
करता है और उसने एक ज्वेलरी शॉप पर चोरी करने के बात
टिंमडेबिट को बताई तो टिंमडेबिट ने उसे सटीक प्लान बनाकर दिया और फिर टिंमडेबिट ने इस चोरी में साथ चलने को कहा
फिर नैना तुम डेबिट को बिना बताए दुकान अपने पार्टनर रमेश के साथ चली गई लेकिन उसने टिंमडेबिट के फोन पर गुडबाय
कहा जो आखिरी बार था लेकिन टिंमडेबिट लेकिन टिंमडेबिट
ने उसे प्लान की कुछ खास बाते नहीं बताई थी जैसे कि अलार्म और बो शनिवार के दिन ज्वैलरी शॉप में घुस गई चोरी
करने के लिए उसके कम को अंजाम देने से पहले ही
जब वो अपने बैग में ज्वैलरी भर रही थी तो अलार्म बज
गया जैसे कोई घंटी अब आगे किया होगा क्या नैना पकड़ी जाएगी या बच जाएगी या फिर टिंमडेबिट उसे बचाएगा
या टिंमडेबिट बदला लेगा बने रहिए अगली एपिसोड के लिया
अगर आपको कुछ बनना है तो