KHOYE HUE HUM - 9 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | खोए हुए हम - 9

Featured Books
Categories
Share

खोए हुए हम - 9

खोए हुए हम - एपिसोड 9

अयान बिस्तर पर बैठा था, उसकी आंखों में एक अजीब सा खालीपन था। निशा का व्यवहार पिछले कुछ दिनों में पूरी तरह बदल चुका था। वह पहले जितनी प्यार से उससे बात करती थी, अब उतनी ही ठंडी और अजनबी लग रही थी। अयान को समझ नहीं आ रहा था कि अचानक ऐसा क्या हुआ, जिसने उसकी और निशा की खुशहाल दुनिया को हिला कर रख दिया।

इसी बीच, रेनी और मेहुल अयान से मिलने उसके घर आए। उन्होंने अयान को इस हाल में देखा तो दोनों चिंतित हो उठे।

"अयान, क्या चल रहा है? तुम इतने परेशान क्यों दिख रहे हो?" रेनी ने पूछा।

अयान ने एक लंबी सांस ली और धीरे से बोला, "निशा बदल गई है, रेनी। वो अब पहले जैसी नहीं रही। मुझे लगता है कि कोई उसके दिमाग में ज़हर भर रहा है।"

मेहुल ने गंभीर स्वर में कहा, "यह ऋत्विक की चाल लगती है। हमें कुछ करना होगा।"

रेनी ने सिर हिलाया, "हमें सबसे पहले पता लगाना होगा कि ऋत्विक निशा से क्या कह रहा है और कैसे उसे अपने प्रभाव में ले रहा है।"

अयान ने पहली बार अपनी बेबसी को महसूस किया, लेकिन रेनी और मेहुल की बातें सुनकर उसमें एक उम्मीद की किरण जागी। "लेकिन हम ये कैसे करेंगे?"

मेहुल मुस्कुराया, "अब ऋत्विक का नकाब उतारने का समय आ गया है। हमें उसका सामना करना होगा।"

दूसरी ओर...

ऋत्विक और निशा एक कैफे में बैठे थे। ऋत्विक ने निशा की आँखों में देखते हुए धीरे से कहा, "निशा, तुम्हें अपने लिए सही फैसला लेना होगा। क्या तुमने कभी सोचा है कि अयान तुम्हारे लिए सही इंसान है भी या नहीं?"

निशा ने अपनी नज़रें झुका लीं। वह उलझन में थी। ऋत्विक की बातें उसे सही लगने लगी थीं। वह धीरे-धीरे उसकी बातों में आती जा रही थी।

"मैं... मैं नहीं जानती, ऋत्विक। मैं अयान से बहुत प्यार करती थी, लेकिन अब..." उसकी आवाज़ हल्की पड़ गई।

"अब कुछ नहीं बचा, निशा। सच को स्वीकार करो," ऋत्विक ने उसकी आँखों में झाँकते हुए कहा।

कहानी में मोड़...

अगली शाम, रेनी और मेहुल ने एक योजना बनाई। वे ऋत्विक की सच्चाई उजागर करने के लिए एक चाल चलने वाले थे।

रेनी ने कहा, "हमें किसी तरह निशा तक सच्चाई पहुंचानी होगी। अगर हम सीधे उसे बताने की कोशिश करेंगे, तो शायद वह हमारी बात न माने। हमें सबूत जुटाने होंगे।"

मेहुल ने सुझाव दिया, "हम ऋत्विक की हरकतों पर नज़र रखते हैं। अगर हम उसे रंगे हाथों पकड़ लें, तो शायद निशा को यकीन आ जाए।"

अयान, जो अब तक चुप था, अचानक बोला, "अगर निशा को यह नहीं पता चलेगा कि ऋत्विक झूठा है, तो वह पूरी तरह उसके वश में चली जाएगी। मुझे कुछ करना होगा।"

ऋत्विक की साजिश गहरी होती जा रही थी...

उधर, ऋत्विक ने निशा को पूरी तरह अपने वश में करने की योजना बना ली थी। उसने निशा के दिल में अयान के खिलाफ इतनी गलतफहमियाँ भर दी थीं कि अब वह अयान से दूर जाने की सोचने लगी थी।

एक रात, जब अयान घर लौटा, तो उसने देखा कि निशा अपना सामान पैक कर रही थी।

"निशा, ये क्या कर रही हो?" अयान ने घबराकर पूछा।

निशा ने बिना उसकी तरफ देखे जवाब दिया, "अयान, मैं अब और नहीं रह सकती। मुझे अपना फैसला लेना होगा।"

अयान का दिल टूट गया, लेकिन उसने खुद को संभाला। "क्या यह फैसला तुम्हारा है या किसी और ने तुम्हें मजबूर किया है?"

निशा ने कोई जवाब नहीं दिया। वह बस चली गई। अयान वहीं खड़ा रह गया, उसकी आंखों में गुस्सा और दर्द था। अब उसके पास खोने के लिए कुछ नहीं था। अब वह किसी भी कीमत पर ऋत्विक का पर्दाफाश करेगा।

आगे क्या होगा? क्या अयान ऋत्विक की सच्चाई सबके सामने ला पाएगा? जानने के लिए पढ़ते रहिए ‘खोए हुए हम’ का अगला एपिसोड!