Mother Baglamukhi Sadhna in Hindi Spiritual Stories by RAVI KISHAN books and stories PDF | माता बगलामुखी साधना

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माता बगलामुखी साधना

बगलामुखी देवी, जिन्हें माँ पीतांबरी के नाम से भी जाना जाता है, भक्तों की सारी कष्ट दूर करने वाली  एक प्रमुख देवी हैं। वह आदि शक्ति की दस महाविद्याओं में से आठवें महाविद्या है। बगलामुखी देवी का पूजन मुख्य रूप से ज्ञान, वाणी, और संवाद और शत्रु के तरफ से आने वाले  बाधाओं को दूर करने के लिए किया जाता है।

इनमें संपूर्णबह्मांड की शक्ति समाहित है।                माँ बगलामुखी की उपासना से व्यक्ति की वाणी में शक्ति, प्रभाव और स्पष्टता आती है। वे उन लोगों के लिए विशेष रूप से पूजा अधिमान्य हैं, जो वकील, छात्र,  शिक्षक, या किसी पेशे में वाणी या संवाद पर निर्भर करते हैं।

माँ बगलामुखी का स्वरूप साधारणतः पीली वस्त्र पहनी हुई एक हाथ में खड़क और दूसरे हाथ में एक असूर की जिव्हा पकड़ी हुई के रूप में दर्शाया जाता है, इसका अर्थ होता है वह वाक शक्ति दे सकती है और ले भी सकती है।

बगलामुखी देवी का एक महत्वपूर्ण पवित्र स्थल हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित है, इस मंदिर पर लोग अपनी समस्या दूर करने के लिए मां के दरबार पर हाजिरी देते हैं। यहाँ पर पूजा पाठ करने के बाद भक्तों के हर बाधा विपत्ति को मां दूर कर देती है।

माता बगलामुखी की साधना एक दिव्य साधना है जो भक्तों को शक्ति, सफलता और शत्रु पर विजय पाने में मदद करती है। 

आर्थिकतंगी, वाद-विवाद , किसी ने आपके उपर तंत्र-मंत्र का प्रयोग किया हो और आपके जीवन के ऊपर किसी शत्रु द्वारा गहरी संकट आया हो तो इनकी पूजा अर्चना करनी चहिए।

 साधना की विधि:

१. **सिद्ध स्थान का चयन**: साधना के लिए एक शांत और पवित्र स्थान का चयन करें। यदि संभव हो तो किसी मंदिर में जाकर मां की पूजा और मंत्र जाप का प्रयास करें।

२. **सामग्री एकत्रित करें**: 

   - पीला कपड़ा

   - हल्दी

   - पीले फूल (गुलाब, सूरजमुखी आदि)

   - चावल

   - दीपक और घी

   - नैवेद्य (मिठाई/फल)

   - बगलामुखी देवी की फोटो या मूर्ति

३. **पूजन का समय**: देवी की पूजा करने के लिए सुबह का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है, विशेषकर मंगलवार या रविवार के दिन। 

 पूजा विधि:

१. **स्नान और शुद्धता**: सबसे पहले स्नान करें और स्वच्छ पीले वस्त्र धारण करें। 

   

२. **अलकृति तैयार करना**: पीले कपड़े को बिछाएं एवं उस पर हल्दी और चावल का पात्र रखें।

३. **मूर्ति या चित्र की स्थापना**: देवी बगलामुखी की मूर्ति या फोटो को पूजा कक्ष पर स्थापित करें।

४. **दीप जलाएं**: दीपक में घी डालकर  उसे प्रज्वलित करें। 

५. **फूल अर्पित करें**: देवी को पीले फूल अर्पित करें।

६. **मंत्र जाप**: बगलामुखी देवी का मंत्र का जाप करें। एक प्रचलित मंत्र है:

   ```

   “ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय, जिह्ववां कीलय, बुद्धि विनाशय, ह्रीं ॐ स्वाहा”

   ```

   इस मंत्र का जाप १०८ बार करें। 

७. **नैवेद्य अर्पित करें**: मिठाई या फल का नैवेद्य देवी को अर्पित करें। 

८. **आरती करें**: उपरोक्त सभी कार्यों के बाद देवी की आरती करें और संप्रति बगलामुखी देवी से आशीर्वाद प्राप्त करें। 

९. **प्रसाद वितरण**: पूजा के बाद फल और मिठाई का प्रसाद वितरित करें।

### ध्यान रखने योग्य बातें:

- साधना के दौरान संयमित रहना और मानसिक रूप से सकारात्मक रहना अत्यंत आवश्यक है।

- नियमित प्रार्थना और साधना करें ताकि देवी की कृपा सदैव आपके साथ बनी रहे।

- साधना में भक्ति और विश्वास को प्राथमिकता दें।

यह साधना विधि माता बगलामुखी के प्रति श्रद्धा रखने वाले भक्तों के लिए है। आप अपनी श्रद्धा और शक्ति के अनुसार इसे करें।

यह तो है वैदिक रीति रिवाज से पूजा पाठ। अब आतें हैं तांत्रिक पूजा पाठ की और इसमें शत्रु नाश, आर्थिक प्रगति वशीकरण स्तंभन शक्ति और अपनी मनोकामना पूर्ण करने की शक्ति प्राप्त होती है।

जो भी व्यक्ति जो भी साधक प्रतिदिन मां बगलामुखी की पूजा पाठ करता है और उसका वैदिक मंत्र जाप करता है वह व्यक्ति अगर किसी मुसीबत में फंस जाए जैसे की कोई शत्रु  मारना चाहता हो इस समय अगर आप बिना डरे मन ही मन मां बगलामुखी की मंत्र जाप करते जाए देखेंगे शत्रु अस्त्र छड़कर वहां       से     चुप-चाप चला जाएगा। यह वैदिक मंत्र का शक्ति है। अभी में  दूसरा मंत्र बताने जा रहा हूं वह भी वैदिक मंत्र की तरह ही काम करता है। इस मंत्र से आप बहुत सारे लाभ उठा सकते  हैं । किसी लड़की को वशीकरण कर सकते हैं-किसी को मौत की मुख में पहुंचा सकते हैं। कानूनी लड़ाई में विजय मिलता है। नौकरी बचा सकते हैं। माता की मंत्र जाप करने से हर संकट आपकी जीवन से दूर होते जाते है। इस मंत्र को प्रति दिन जाप करिए और प्रतिदिन लाभ उठाइए। मंत्र है -:

।।ॐ ह्रीम बगलामुखी।जगद-वंशकरि। मां बगले पिताम्बरे। प्रसीद् -प्रसीद् मम सर्वमनोरथान पूरय पूरय ह्रीम ॐ ।।

लाभ--- अगर  कोर्ट कचरी जाना है। नौकरी के लिए सक्षात्कार करना हो और किसी शुभ काम के लिए जा रहे हैं वह ना बिगड़े तो इस मंत्र को तीन माला जाप करके वह काम के लिए घर से निकले देखेंगे आपकी हर बिगड़े काम सही हने लगेगा। हर काम में सफलता मिलेगा और आपको लाभ होगा। 

प्रतिदिन अगर आप इस मंत्र को नहाने के बाद  ५१ बार जाप करके अपने दोनों हाथ पर फूंक मारिए और अपने मुंख पर हाथ फरिय और जहां भी जाइए आपको सम्मान प्राप्त होगा।।

शत्रु को अगर  मृत्यु दंड देना है तो मंत्र में जहां पर (जगद  -वंशकारी)  इसकी जगह पर शत्रु का नाम ले।। वशीकरण, व्यवसाय में उन्नति के लिए ,नौकरी पाने के लिए, धन प्राप्ति के लिए और भी जो भी इच्छा हो इसी तरीके से करना है।।

इस मंत्र को एक माला जाप नित्य करने से मंत्र को जीवन प्राप्त होता है इससे आपको मोक्ष प्राप्ति में सहायता मिलती है।।