Dhun ishq ki.... Par dard bhari - 30 in Hindi Love Stories by Arpita Bhatt books and stories PDF | धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 30

Featured Books
  • The Hidden Person

    ఒక ఊరు ఉంది. ఆ ఊరిలో అమ్మ, నాన్న లేకుండా ఒక అబ్బాయి ఉండేవాడు...

  • అంతం కాదు - 52

    సరే అని అంటూ అర్జున్, "నేను ఎలా ఉన్నాను, ఎక్కడ పుట్టాను నాకు...

  • మొక్కజొన్న చేను తో ముచ్చట్లు - 24

    వర్షం పడిన మరుసటి రోజు...తెల్లవారు జామున మబ్బులను దాటుకొని స...

  • అంతం కాదు - 51

    గురువుగారు, నా ప్రశ్న సమాధానం ఇస్తారా?" అని రుద్ర హనుమంతుడిన...

  • అంతం కాదు - 50

    ఆ తర్వాత బుజ్జమ్మ విక్రమ్‌ని చూసి, "నా పని పూర్తయింది, మీరు...

Categories
Share

धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 30

साहिल जैसे जैसे अपने दिल की बात बताए जा था था, सिमरन के मन में बहुत कुछ चल रहा था। लेकिन वो साहिल को नही बोल पा रही थी। पर कही दिल के कोने में उसे अच्छा भी फील हो रहा था कि साहिल उसे पसंद करता है। सिमरन को ऐसे कन्फ्यूज देखकर साहिल बोलता है कि ;

साहिल - तुम इतना मत सोचो सिमरन, मेरी जो महसूस किया तुम्हारे लिए, वो बता दिया! तुम्हारे ऊपर कोई दवाब नही है कि तुम मुझे पसंद करो! हम अब भी अच्छे दोस्त है। 

सिमरन - साहिल , मुझे सच में वक्त चाहिए इन सब के बारे में सोचने के लिए! 

साहिल - मुझे अभी तुम्हारा जवाब नही चाहिए सिमरन! तुम जितना टाइम लेना चाहो, ले सकती हो! इससे हमारी दोस्ती को कोई फर्क नही पड़ेगा। अच्छा, अभी तुम जाओ और तानिया दीदी को बुला दो खाना खाने के लिए! 

सिमरन - थैंक्यू साहिल, मुझे समझने के लिए! और फिर वो ऊपर चली जाती है, तानिया को बुलाने! 

साहिल पीछे से सिमरन को जाते हुए देख रहा होता है, और मन में सोचता है कि, मुझे पता है सिमरन कि तुम भी मुझे प्यार करती हो! लेकिन बस खुद की फीलिंग्स को पहचान नही पा रही हो। पर मैं तुम्हारे दिल की बात जुबां पर लाकर रहूंगा। लेकिन इससे पहले मुझे तुम्हारे साथ जिसने भी इतना बुरा किया है, उनसे बदला लेना है। तभी मैं तुम्हे खुश देख पाऊंगा सिमरन! और यह सब बहुत जल्दी होगा, यह मेरा वादा है तुमसे! 

इधर तानिया को, ईशान का कॉल होता है, तो वो कमरे में जाते ही कॉल रिसीव करती है और बोलती है कि;

तानिया - हां ईशान बोलो!

ईशान - मुझे पूछना था कि सिमरन दीदी को आज का अपना सरप्राईज अच्छा तो लगा ना? ( वैसे ईशान ने फोन इसलिए किया था क्योंकि उसे तानिया से बात करनी थी। पर कोई बहाना भी तो चाहिए अब, तानिया को कॉल करने के लिए! वरना ईशान ने पहले ही सिमरन से बात कर ली थी। ) 

तानिया - है भगवान! ईशान तुम कितना सोचते हो! सिमरन आज बहुत खुश हुई है। पर तानिया को ईशान की बातों से लग जाता है कि उसे विपिन के बारे में कुछ नही पता है। और वो उसे बताती भी नही है। पता नही क्यों, लेकिन वो ईशान को स्ट्रेस नही देना चाहती थी। इसलिए वो नॉर्मल होकर ही बात करती है। 

उसके बाद ईशान और तानिया बहुत देर तक बातें करते है। तानिया उसे अपने बुटीक के बारे में बताती है और ईशान बीच बीच में उसे हंसा भी रहा होता है। तो बात करते करते उन्हे पता ही नही चलता है कि वो इतने टाइम से बात किए जा रहे है। तभी कमरे के बाहर सिमरन आती है और बोलती है कि ;

सिमरन - तानिया दीदी, चलो खाना खा लेते है। 

तानिया उसे अंदर से ही जवाब देती है कि तुम चलो सिमरन, हम आते है। फिर वो ईशान को बोलती है कि ;

तानिया - ईशान, तुम चाहो तो कल हमारे बुटीक भी आ सकते हो। हम वहां तुम्हे और भी अच्छे डिजाइन बताएंगे और तुम अपना प्रेस्पेक्टिव भी देना हमे ! इससे दोनो की मदद हो जायेगी! 

ईशान को तो तानिया से मिलने का बहाना ही चाहिए था, तो वो जल्दी से हां बोल देता है और फिर दोनो एक दूसरे को बाय बोलकर फोन रख देते है। 

तभी तानिया फोन में टाइम देखती है तो खुद से ही बोलती है, यह हम इतनी देर से फोन पर बात कर रहे थे और हमे टाइम का पता भी नही चला। पर जो भी हो, ईशान स्वीट है बहुत!और फिर मुस्कुराकर खाने के लिए चली जाती है। फिर सिमरन, साहिल और तानिया खाना खाते है। आज शांता ताई नही थी तो खाना किसी और मेड ने बनाया था। वो साथ ही कल के प्लांस के बारे में डिस्कस कर रहे होते है। तभी तानिया बोलती है कि;

तानिया - तुम दोनो प्रोडक्शन हाउस चले जाना और हम अपने बुटीक जायेंगे। हमे अभी वहां पर बहुत काम है, वरना हम तुम्हारे साथ जरूर चलते सिमरन! 

सिमरन - कोई बात नही दीदी! वैसे भी साहिल तो है ही मेरे साथ! 

साहिल - हां बिल्कुल! मैं सब संभाल लूंगा दीदी! आप चिंता मत करो! फिर खाना खाने के बाद तीनों अपने अपने कमरे में चले जाते है। इधर ईशान तो आजकल अपना खाना अपने कमरे में ही मंगवा देता है और खाना खाकर वो भी रेस्ट करने के लिए बेड पर लेट जाता है। पर चारों सिर्फ नाम के लिए, बेड पर लेटे हुए थे, पर उनके मन में बहुत सारे खयाल घूम रहे थे। 

अगले दिन सुबह साहिल सबसे पहले उठकर अपनी कंपनी में फोन करता है और सिक्योरिटी बढ़ाने को बोलता है, जिससे कि सिमरन को परेशानी ना हो! क्योंकि अब सिमरन को सभी जानते थे कि वो साहिल मेहता की पत्नी है। पर साहिल चाहता था कि सिमरन अब अपनी आवाज से पहचान बनाए,जो उसने किरण को दे रखी थी। जिससे कि किरण को सबक मिले! वो यह सब सोच ही रहा होता है कि सिमरन आ जाती है,और साहिल बोलती है कि चले, साहिल! 

साहिल - हां बिल्कुल चलो! और वो दोनो साहिल की गाड़ी में बैठकर प्रोडक्शन हाउस के लिए निकल जाते है। 

इधर तानिया सुबह जल्दी ही अपने बुटीक चली गई थी, क्योंकि उसे कुछ प्रोजेक्ट्स पर काम करना था। उनके लिए क्लाइंट का सेटिस्फेक्शन उनके लिए सबसे पहली प्रायोरिटी था। इधर ईशान आज बहुत एक्साइटेड था क्योंकि आज वो तानिया से किसी बहाने से नही मिल रहा था, बल्कि तानिया ने खुद उसे बुलाया था अपने बुटीक! ईशान अपने कमरे में कांच के सामने खड़ा होकर बार बार शर्ट बदल रहा था, और उसके पूरे बिस्तर पर कपड़े बिखरे हुए थे। तभी ईशान को आइडिया आता है और वो नक्ष के वीडियो कॉल करता है। सामने से फोन रिसीव करते हो वो देखता है कि नक्ष फॉर्मल ड्रेस पहने अपने ऑफिस में होता है। 

नक्ष -ओए, तू अब तक गया नही? आज भी तू हमारी भाभी से मिलने जाने वाला था ना? रात को मैसेज किया तो था तूने? 

ईशान - अरे हां यार, लेकिन जाऊं तो तब ना, जब मैं कुछ पहन लूं! मुझे समझ ही नही आ रहा है कि मैं क्या पहनकर जाऊं। तु कुछ मदद कर दे यारा, उसने मक्खन लगाते हुए नक्ष को बोला!

नक्ष - तू ईशान ही है ना? तु कबसे कपड़ो के बारे में इतना सोचने लगा? तु तो शुरू से जो हाथ में आया, वही पहन लेता था। वैसे भी तुझपर सब सूट करता है, तो कुछ भी पहन ले। 

ईशान - देख मैं बहुत कन्फ्यूज हूं। तु बता जल्दी से कि मैं क्या पहनकर जाऊं? ईशान ने कपड़ो की तरफ इशारा करते हुए कहा। 

[ फिर नक्ष उसे एक शर्ट सिलेक्ट करके बता देता है कि तू यही पहनना, यह तुझ पर बहुत अच्छा लगता है। तभी नक्ष को याद आता है कि जब भी ईशान इस रंग की शर्ट पहनता था तो पूजा उसकी बहुत तारीफ करती थी। इसलिए नक्ष ने उसके लिए वही रंग सिलेक्ट किया। ]

फिर ईशान जल्दी से तैयार हो जाता है और अपनी बाइक लेकर तानिया के बुटीक के लिए रवाना हो जाता है। 

क्रमश :