सब अपने अपने कमरे में आराम करने के लिए चले जाते है, तभी उनके घर का दरवाजा जोर से खुलता है और कोई सीधा अंदर आकर सिमरन को आवाज लगाने लगता है।
इधर सिमरन अपने कमरे में बेड पर बैठी होती है, और आज का दिन याद कर रही होती है। जिससे उसके चेहरे पर स्माइल आती रहती है। सिमरन सोच रही होती है कि वो सच में बहुत लकी है जो उसे ऐसा प्यार करने वाला भाई मिला है। और वो भगवान जी से मन ही मन मन्नत मांगती है कि उसके भाई को सारी खुशियां देना! तभी उसका हाथ बेड पर रखे हुए पेपर्स पर पड़ता है, तो वो एक बार को सोचने लग जाती है कि साहिल उसके लिए इतना क्यों कर रहा है? पर मैं उसका साथ देने की जगह उसे निराश किए जा रही हूं। फिर वो खुद से ही सवाल करती है कि क्या उसे सच में साहिल का एग्रीमेंट एक्सेप्ट कर लेना चाहिए? सिमरन यही सब सोच रही होती है तभी उसे आवाज आती है कि कोई उसका नाम लेकर बार बार उसे बुला रहा है। फिर वो अपने कमरे से बाहर निकलती है और लॉबी से देखती है तो अचानक से शॉक हो जाती है।
सिमरन - विपिन, तुम यहां.......... तभी वो सोचती है कि कही साहिल और तानिया दीदी डिस्टर्ब न हो जाए इसकी ऊंची आवाजों से, तो वो नीचे चली आती है।
सिमरन - विपिन, तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यहां आने की, और तुम्हे अंदर किसने आने दिया?
विपिन - क्या जान, मैं तुम्हारा होने वाला पति था, मुझमें इतना भी साहस नही होगा कि तुमसे मिलने चला आऊं।
सिमरन - अपनी यह बकवास बातें बंद करो तुम, समझे! और दफा हो जाओ यहां से!
विपिन - गुस्से में तो तुम और भी सेक्सी लगती हो जान! और मैं तुम्हे कहां अपने से दूर भेज रहे था। वैसे मैं तुम्हे बर्थडे विश करने आया था।
सिमरन उसे कुछ नही बोलती है और उसे थप्पड़ मारने के लिए अपना हाथ उठाती है, लेकिन विपिन उसका हाथ पकड़ लेता है और उसे अपने करीब खींच लेता है। सिमरन को बिल्कुल भी अंदाजा नही था कि विपिन इस हद तक गिर जाएगा। तभी उसे विपिन के मुंह से शराब की स्मेल आती है, तो उसे उससे और गिन्न आने लगती है।
सिमरन - मेरा हाथ छोड़ो विपिन!
विपिन - अच्छा, अब पति मिल गया है तो हमारा छूना मैडम को पसंद नही आ रहा है। और उसने सिमरन का हाथ कस कर पकड़ लिया था, जिससे सिमरन को दर्द होने लगता है और उसकी आंखों में आंसू आ जाते है।
सिमरन - विपिन छोड़ो, मुझे दर्द हो रहा है। सिमरन ने अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करते हुए कहा।
पर विपिन उसकी बातों को इग्नोर करता हुआ धीरे धीरे उसके चेहरे पर हाथ फेरने लगता है।
तभी उधर से एक हाथ आता है और सीधा विपिन के मुंह पर पड़ता है। जिससे विपिन संभल नही पता है और नीचे गिर जाता है।
तभी सिमरन देखती है कि उसके साइड में साहिल खड़ा हुआ है, और उसकी आंखों में बहुत गुस्सा है। वो गुस्से से कांप रहा था। तभी साहिल, विपिन को जमीन से उठाता है और उसे फिर से मारता है। साहिल की नजरों के सामने बस वही सीन बार बार आ रहा होता है, जब विपिन, सिमरन को छुने की कोशिश कर रहा होता है। और सिमरन का रोता हुआ चेहरा सामने आ रहा था।
[ साहिल अपने कमरे में बैठ होता है, और सिमरन के बारे में सोच रहा होता है। उसकी आंखों के सामने आज के दिन बिताए हुए लम्हे घूम रहे थे और वो बहुत खुश नजर आ रहा था। तभी उसे बाहर से धीरे धीरे आवाजे आती है तो वो देखने के लिए बाहर आता है। तभी वो देखता है कि नीचे हॉल में विपिन ने सिमरन का हाथ पकड़ा हुआ है। यह देखते ही वो आपे से बाहर हो जाता है, और सीधा नीचे आते ही विपिन को घुम्मा मार देता है। ]
साहिल बस विपिन को मारे जा रहा होता है, तभी वो देखता है कि सिमरन अब तक उसी जगह पर खड़ी रो रही है, तब तक विपिन भागने की कोशिश करता है, लेकिन साहिल उसे पीछे से वापस पकड़ लेता है और उसे बुरी तरह मारने लगता है। और बोलता है कि ;
साहिल - तेरी हिम्मत कैसे हुई सिमरन को हाथ लगाने की साले, आज तुझे जिंदा नही छोडूंगा मैं! साहिल बोले जा रहा था और सिमरन भी यह सुनकर साहिल को देखने लग जाती है। पर सिमरन बहुत डरी हुई होती है, और वो साहिल की बात सुनकर भी डर जाती है और जल्दी से साहिल और विपिन के पास जाती है और साहिल को बोलती है कि ;
सिमरन - साहिल, प्लीज उसे छोड़ दो अभी, जाने दो। सिमरन रोती जा रही थी और बोले जा रही थी। इधर साहिल ने विपिन को मार मारकर अधमरा कर दिया था। ऐसा नही है कि विपिन ने खुद भागने की कोशिश नही करी होगी, लेकिन साहिल के चंगुल से वो छुट ही नही पा रहा था। पर जैसे ही सिमरन आकर साहिल को रोकती है, तो विपिन को मौका मिल जाता है वहां से जाने का,और वो लंगड़ाता हुआ वाला से निकल जाता है। साहिल उसके पीछे जाने वाला होता है, तब तक वो देखता है कि सिमरन डरी हुई है, तब वो होश में आता है और सिमरन के पास जाकर उसे गले लगा लेता है।
थोड़ी देर तक कोई कुछ नही बोलता है,बस साहिल का पास होना ही सिमरन को अच्छा फील करवा रहा होता है। फिर थोड़ी देर बाद साहिल पूछता है कि;
साहिल - सिमरन, तुम ठीक हो ना? पर सिमरन कुछ नही बोलती है। और बस साहिल को और टाइट hug कर लेती है।
साहिल उसके सर पर हाथ फेरने लगता है, जिससे सिमरन को उसके पास होने का एहसास हो और वो कंफर्टेबल फील कर सके!
साहिल - सिमरन, चलो मैं तुम्हे तुम्हारे कमरे में ले चलता हूं।
और वो ऐसे ही सिमरन को अपने कंधे पर सर रखकर उसके कमरे तक ले जाता है और बेड पर बिठा देता है।
सिमरन - साहिल सॉरी, मुझे नही पता था कि यह विपिन ऐसे तुम्हारे घर में आ जाएगा और तमाशा करेगा! उसने रुआंसी आवाज में कहा।
साहिल उसे चुप रहने का इशारा करता है और उसे गले लगा लेता है। फिर बोलता है कि;
साहिल - सॉरी तो मुझे बोलना चाहिए सिमरन, कि उस विपिन ने इतनी हद पार कर दी और मैंने सुना तक नही! अगर मैं थोड़ा सा और लेट हो जाता तो पता नही तुम्हे और कितना दर्द देता वो इंसान! साहिल के चेहरे पर इस समय गुस्सा साफ दिख रहा था।
सिमरन अब थोड़ा अच्छा फील कर रही थी। तभी उसे एहसास होता है कि वो साहिल के कितने करीब है। और उसे साहिल की, दिल की धड़कन सुनाई देने लगती है।
सिमरन तभी अपना सर साहिल के कंधे से थोड़ा सा उठाती है और साहिल की तरफ देखकर बोलती है कि;
सिमरन - थैंक्यू साहिल! मुझे शुरुआत से प्रोटेक्ट करने के लिए और मेरा इतना ध्यान रखने के लिए!
साहिल - मैने तुमसे वादा किया है सिमरन, जिसे मैं हमेशा निभाऊंगा! तभी वो देखता है कि सिमरन के चेहरे पर उसके बाल आ रहे थे तो वो उन्हे धीरे से पीछे करता है। इधर सिमरन बस साहिल को देखे ही जा रही थी। उसके दिल में बहुत अलग, पर प्यारी सी फीलिंग आ रही होती है। तभी सिमरन थोड़ा सा ऊपर उठकर साहिल के होठ पर अपने होठ रख देती है। साहिल को सच में अंदाजा नही था कि सिमरन ऐसा कुछ करेगी पर सिमरन के छूते ही उसके शरीर में सिरहन सी हो जाती है, और दोनो आंखें बंद करके उस पल में एक दूसरे के एहसास को फील करने लगते है। थोड़ी देर तक दोनो एक दूसरे में खो जाते है। तभी साहिल को एहसास होता है और वो खुद को सिमरन से अलग कर लेता है। तभी सिमरन को एहसास होता है कि उसने क्या कर दिया। फिर वो साहिल से अलग हो जाती है और उससे नजरे चुराने लगती है।
क्रमश:
सॉरी सभी रीडर्स को! हम रेगुलर पार्ट नही लिख पा रहे है ना! 😥😥😥पर अब से ज्यादा टाइम नही लगेगा हमे पार्ट पोस्ट करने में! 😇😇😇आप बस हमारी स्टोरी को अपना प्यार देते रहिएगा!🤗🤗🤗🤗 और बताइए कि अब साहिल और सिमरन की कहानी में क्या मोड़ आने वाला है!😁😁😁😁