"ये लिजिए मैम, सर के लाॅकर मे मुझे जो भी मिला मै ले आया" (अमन ने कहा),,,
आरोही : थैंक्यू अमन,,,
अमन : मैम मेरा नाम सामने तो नहीं आयेगा न ???
आरोही : नहीं अमन तुम टेंशन मत लो, मै तुम्हारा नाम कभी सामने नहीं आने दूंगी....
अमन : ओके मैम,, मै चलता हूं!!!
आरोही : रुको!! अमन...
अमन : यस...
आरोही : तुम अब भी वही जॉब करोगे???
अमन : करना तो नहीं चाहता, पर मेरी मजबूरी है...
आरोही :कैसी मजबूरी???
अमन : कावेरी मैम,, को अच्छे से पता है कि कंपनी और आदित्य सर को मुझसे ज्यादा अचछे से कोई ओर नहीं जानता इसलिए उन्होंने मुझे राघव सर के असिस्टेंट के तौर पर रखा है, और सैलरी भी दुगुनी करने को कहा है, और आप तो जानती है, मैम की मेरे पापा बिमार रहते है, और मुझे हर महीने इलाज के लिए पैसो की जरूरत होती है,
आरोही : क्या?? राघव वो नालायक कंपनी को संभालेगा ,,, ये आदित्य की कंपनी है, जो उसने अपनी मेहनत से आगे लाई थी, वो राघव उसे बर्बाद कर देगा...
अमन : आय नो मैम बट मै क्या कर सकता हूं.... मुझे जाॅब तो करनी ही है....
आरोही : ओके अमन अब तुम जाओ....
अमन : ओके मैम, आपको जब भी मेरी मदद की जरूरत पडे आप मुझे याद कर सकती हैं...!!
आरोही : थैंक्यू सो मच अमन एक तुम ही हो जिस पर मै भरोसा कर सकती हूं....
आरोही घर आकर सारा सामान बेड में रखती है,, आरोही आदित्य की फ़ोन पर पासवर्ड डालती है, पासवर्ड रांग बताता है,
ये क्या पासवर्ड तो गलत है,, आखिर क्या पासवर्ड हो सकता है?? आदित्य तो हमेशा सिंपल पासवर्ड डालता था,, मैंने सारे पाॅसिबल पासवर्ड ट्राय कर लिये इसका क्या पासवर्ड हो सकता है???
Flashback📽📽.....
हैप्पी बर्थडे आरोही....
आदित्य तुम??? तुम्हें याद था??
याद कैसे नहीं होगा... तुम्हारा बर्थ डे मेरे लिए बहुत खास है!!!
कैसे?? ( आरोही ने पुछा)
क्यूंकि आज के दिन मेरी मां का भी बर्थडे है...( आदित्य ने कहा)
अच्छा फिर क्या गिफ्ट दें रहे हो तुम अपनी मां को??? ( आरोही ने कहा)
उसे कैसे गिफ्ट दूं???
क्यूं कावेरी आंटी को गिफ्ट पसंद नहीं???
कावेरी मां मेरी स्टेप मदर है, आरोही.... (आदित्य ने कहा)
क्या?? तुमने इतने बडी बात मुझे बताई नहीं...!! पर क्यूं,, छः महीने हो चुके हैं, हम दोनों साथ हैं, और तुमने मुझे ये सब बताना जरूरी नहीं समझा???
कभी जरूरत नहीं पडी.... इसलिए नहीं बताया ( आदित्य ने कहा)
फिर तुम्हारी मां कौन है?? और वो कहां है??
मेरी मां इस दुनिया में नहीं है,, मै जब पांच साल का था तब मेरी मां की डेथ हो गई,, फिर मेरे पापा ने कावेरी मां से शादी कर ली.... अब कावेरी मां ही मेरी मां है....!!! और राघव मेरा छोटा भाई..
राघव किसका बेटा है?? ( आरोही ने पुछा)
कावेरी मां का ( आदित्य ने कहा)
इसलिए तुम मेरे लिए बहुत स्पेशल हो आरोही,, मेरी मां और तुम्हारी बर्थडे साथ होना, मेरे लिए ऐक ब्लेसिंग है,, तुम मुझे मेरी मां की याद दिलाती हो... ( आदित्य ने उसे हग करते हुए कहा)
और ये डेट मेरे लिए बहुत लकी है,, 20 जनवरी... मेरी मां और मेरी आरू का बर्थडे....अब से हर एक काम की शुरुआत इसी तारीख से शुरू करूंगा...
तुम इतना प्यार करते हो ??? ( आरोही ने कहा)
हां भगवान ने मुझसे मेरी मां छिन ली, पर उसकी जगह तुम्हें भेज दिया....!! ( आदित्य ने इमोशनल होकर कहा)
मै तुम्हे छोड़कर कभी नहीं जाऊंगी आदि....( आरोही ने कहा)
Present Time.....
आरोही की आंखे आंसूओ से भरी,, आदित्य मैंने तुमसे वादा किया था कि मै तुम्हे कभी छोडकर नहीं जाऊंगी,, पर तुम ही मुझसे इतनी दूर चले गए....
आंसू पोंछ कर वो पासवर्ड डालती है,, तुम्हारी मां, और मेरी डेट आॅफ बर्थ, हां यही पासवर्ड होगा...
फोन अनलाॅक हो चुका था...
आरोही धीरे धीरे फोन की डिटेल्स देखती है,,
वो आदित्य की काॅल हिस्ट्री चेक करती है...
पहला नाम... जग्गा
दूसरा नाम ... समर
इन नंबरों में आदित्य ने दो घंटों से ज्यादा बात करी है...
ये जग्गा कौन है?? और आदित्य से इसका क्या कनेक्शन है?? मैंने तो ये नाम पहली बार सुना...!!
और समर ?? पर आदित्य ने तो समर से सारे रिश्ते तोड दिए थे... फिर ये सब क्या??
मतलब आदित्य मरने से पहले इन्हीं से मिलने गया था, पर क्यूं??
मुझे ये पता लगाना होगा...
आरोही ये सब सोच ही रही थी, कि उसकी नजर एक कागज पर जाती है,,
आरोही जल्दी से कागज उठाकर देखतीं हैं,, ये कौनसा एड्रेस है???
ये हैंडराइटिंग तो जानी पहचानी लग रही है...
किसकी हैंडराइटिंग है ये??? तभी उसे सुबह आया पार्सल याद आता है...
आरोही जल्दी से पार्सल ओपन करती है... पार्सल में वोही सारे फोटो होते हैं, जो राजवीर ने विडियो में दिखाये थे, और , जिसमें आरोही गन छिपा रही थी!!!
साथ में एक लेटर भी था... जिसमें लिखा था!!
पेनड्राइव दे दो वरना ये सब फोटो और विडियो पुलिस तक पहुंच जायेंगे !! आरोही
आरोही लेटर और मिले कागज की हैंडराइटिंग मैच करती है,, उस कागज मे एक एड्रेस लिखा था, sunder bhavan apartment.. आरोही दोनो हैंडराइटिंग मैच करती है, दोनो लिखावट सेम थी....
ये हैंडराइटिंग किसकी हो सकती है??
तभी वो कागज पलटती है,,, कागज के पिछले भाग मे शायद पेन अच्छे से काम कर रहा है या नही चेक किया गया था,, आरोही की नजर वहां लिखे शब्दो मे जाती है,, akjn …
तभी आरोही को याद आता है, कि नेहा अक्सर पेन लेते वक्त इन शब्दो को लिखकर चेक किया करती थी,, कि पेन ढंग से काम कर रहा है कि नही….आरोही हमेशा उससे पूछती थी, नेहा तू ये क्या लिखती है, क्या मतलब है, इन शब्दो का???
तब उसने एक बार बताया था कि ये शब्द वो ऐसे ही लिखती है,, क्योकि इस शब्द मे उसके फैमली मेम्बर के नाम आते है,, akjn मतलब अनिल उसके पापा का नाम, किरण उसकी माॅ, जय उसका भाई और N वो खुद….
मै 100% श्योर हूं ,कि ये हैंडराइटिंग तो नेहा की है,,
पर नेहा ऐसा क्यूं करेगी, क्या आदित्य के मर्डर मे नेहा का हाथ है???
आपको क्या लगता है, आदित्य को नेहा ने मारा आखिर क्या वजह है, आरोही की सबसे करीबी दोस्त नेहा ने, अपनी बेस्ट फ्रेंड के सबसे कीमती इंसान को उससे अलग कर दिया... क्या नेहा है, असली कातिल??