🖤 माफ़िया की नज़र में – Part 21: "सच की आखिरी कील"
"सच की तलाश में कभी-कभी तुम्हें वो दरवाज़ा खोलना पड़ता है, जिसके पीछे सिर्फ़ अंधेरा होता है। लेकिन क्या तुम उस अंधेरे का सामना करने को तैयार हो?"
अहाना का दिल अब जैसे एक अनजाने दहशत में कैद था। पुराने माफ़िया अड्डे की वो खौफनाक रात—निहारिका का धोखा, रायान की चोट, और वो अनजाना मैसेज—“तुम्हारे पापा का एक आखिरी रहस्य बाकी है”—उसे एक नई राह पर ले जा रहा था। दूसरी डायरी और USB (Parts 15-20) ने रेहान, आर्यन, और निहारिका को जेल की सलाखों के पीछे पहुँचा दिया था, लेकिन पापा की चिट्ठी—“इस सच को दुनिया तक पहुँचाओ”—और रवि की बलिदान भरी सलाह (Parts 8-10, 13-16) उसे हिम्मत दे रही थी। विशाल की मौत (Part 19) और निहारिका का इक़रार (Part 20) ने उसे चौंका दिया था, लेकिन अब एक नया मैसेज उसे फिर से अंधेरे में धकेल रहा था। “पापा का आखिरी रहस्य… क्या वो मुझे तोड़ देगा?”
अहाना सेफहाउस में रायान के पास बैठी थी। रायान की हालत अब बेहतर थी, लेकिन उसकी आँखों में चिंता थी। मायरा बाहर खड़ी थी, अपने फोन पर GPS ट्रैकर की लोकेशन चेक कर रही थी। वो लाल बत्ती अब धीमी थी, लेकिन खतरे का साया अभी भी बरकरार था।
“रायान,” अहाना ने कांपती आवाज़ में कहा, “मुझे लगता है ये मैसेज मुझे पापा के अतीत में और गहरे ले जाएगा। लेकिन मुझे डर है… क्या मैं सच जानने को तैयार हूँ?”
रायान ने उसका चेहरा पकड़ा, उसकी आवाज़ में गर्मजोशी थी। “अहाना, तुमने अपने पापा का हर वादा निभाया। तुमने रेहान, आर्यन, और निहारिका को रोका। लेकिन अगर ये सच तुम्हें और दर्द देगा, तो मैं तुम्हें रोकना चाहता हूँ। मैं तुम्हें प्यार करता हूँ, और मैं तुम्हें खो नहीं सकता।”
अहाना की आँखें नम थीं। “रायान, तुम मेरी ताकत हो। लेकिन ये मेरे पापा की आखिरी पुकार है। मैं इसे अनसुना नहीं कर सकती।”
मायरा ने कमरे में कदम रखा, उसका चेहरा गंभीर था। “अहाना, मैंने उस मैसेज की लोकेशन ट्रेस की। वो एक पुराने चर्च से आया है—वही चर्च जहाँ तुम्हारे पापा और मम्मी की शादी हुई थी। मुझे लगता है वहाँ कोई तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है।”
अहाना का दिल रुक गया। “चर्च? वो जगह… पापा उस जगह को बहुत खास मानते थे।”
रायान ने गहरी साँस ली। “तो हमें वहाँ जाना होगा। लेकिन इस बार, हम कोई गलती नहीं करेंगे।”
🌌 चर्च का रहस्यमयी सन्नाटा
रात 12:15 बजे।
पुराना चर्च शहर के बाहरी इलाके में था, जहाँ पत्थर की दीवारें और रंगीन शीशे की खिड़कियाँ समय की मार को चुपचाप सह रही थीं। बारिश रुक चुकी थी, लेकिन रात की ठंडी हवा में एक अजीब सा सन्नाटा था। अहाना, रायान, और मायरा चर्च के बाहर खड़े थे। अहाना ने अपनी डायरी को कसकर पकड़ा, और GPS ट्रैकर की लाल बत्ती अब तेज़ी से चमक रही थी।
“ये जगह… मुझे बेचैन कर रही है,” मायरा ने फुसफुसाते हुए कहा। “पापा की शादी यहाँ हुई थी, लेकिन अब ये जगह किसी भूतिया कहानी जैसी लग रही है।”
रायान ने अपनी बंदूक तैयार की। “सावधान रहो। ये जाल हो सकता है।”
अहाना ने गहरी साँस ली और चर्च के भारी लकड़ी के दरवाज़े को धक्का दिया। अंदर अंधेरा था, सिर्फ़ मोमबत्तियों की टिमटिमाती रोशनी और शीशे की खिड़कियों से चाँद की किरणें थीं। वेदी के पास एक छाया खड़ी थी—एक औरत, जिसका चेहरा स्कार्फ से ढका था।
“अहाना शर्मा,” उसने धीमी, लेकिन गहरी आवाज़ में कहा। “तुमने अपने पापा का सच ढूंढ लिया, लेकिन आखिरी रहस्य अभी बाकी है।”
अहाना ने कांपते कदमों से आगे बढ़ते हुए पूछा, “तुम कौन हो? और मेरे पापा का आखिरी रहस्य क्या है?”
औरत ने स्कार्फ हटाया। अहाना की साँसें रुक गईं। वो उसकी माँ थी—सुमन शर्मा, जिसे वो सालों से मृत मानती थी (Part 1)।
🌃 माँ का चौंकाने वाला सच
“मम्मी?” अहाना की आवाज़ कांप रही थी। “तुम… तुम ज़िंदा हो? लेकिन पापा ने कहा था कि तुम एक हादसे में…”
सुमन की आँखें नम थीं। “अहाना, मेरी बेटी। मैंने तुम्हें छोड़ दिया था, क्योंकि मैं तुम्हें इस माफ़िया की दुनिया से बचाना चाहती थी। लेकिन तुम्हारे पापा का आखिरी रहस्य… वो मैं हूँ।”
रायान ने चौंककर पूछा, “सुमन जी? आप यहाँ कैसे? और ये रहस्य क्या है?”
सुमन ने एक पुराना लॉकेट निकाला, जो अहाना को याद था—वही लॉकेट जो पापा ने मम्मी को शादी में दिया था। उसने लॉकेट खोला। अंदर एक छोटा सा मेमोरी चिप था। “ये तुम्हारे पापा का आखिरी सबूत है। इसमें माफ़िया की पूरी साज़िश का ब्यौरा है—न सिर्फ़ रेहान, आर्यन, और निहारिका, बल्कि एक और शख्स… जो इस सब का असली मास्टरमाइंड था।”
अहाना की आँखें आँसुओं से भरी थीं। “तो तुमने मुझे छोड़ दिया? और पापा की मौत… तुम उसे रोक क्यों नहीं सकीं?”
सुमन ने सिर झुका लिया। “मैंने कोशिश की, अहाना। लेकिन मैं डर गई थी। मैंने खुद को छुपा लिया, ताकि तुम सुरक्षित रहो। लेकिन अब… अब मैं अपने गुनाह का हिसाब चुकाना चाहती हूँ।”
मायरा ने चिंता से कहा, “लेकिन वो मैसेज… वो आपने भेजा था?”
सुमन ने सिर हिलाया। “हाँ। मैं चाहती थी कि तुम सच तक पहुँचो। लेकिन अब तुम खतरे में हो। वो मास्टरमाइंड… वो अभी भी ज़िंदा है।”
🌫️ एक आखिरी खतरा
तभी चर्च के बाहर एक गाड़ी की तेज़ आवाज़ गूंजी। अहाना ने खिड़की से झाँका—एक काली SUV थी, वही जो पहले दिखी थी (Parts 14, 17)。 रायान ने तुरंत अहाना को वेदी के पीछे खींचा। “ये लोग… वो उस मास्टरमाइंड के आदमी हो सकते हैं।”
मायरा ने अपने फोन पर GPS सिग्नल चेक किया। “सिग्नल… वो अब यहाँ है!”
सुमन ने अहाना का हाथ पकड़ा। “अहाना, ये मेमोरी चिप पुलिस तक पहुँचाओ। वो शख्स… वो सब कुछ खत्म कर देगा।”
अहाना ने मेमोरी चिप को कसकर पकड़ा। “मम्मी, मैं तुम्हें फिर से नहीं खो सकती।”
सुमन ने मुस्कुराते हुए कहा, “तुम मुझे नहीं खो रही, अहाना। तुम मुझे पा रही हो।”
रायान ने अहाना की तरफ देखा। “अहाना, हम ये आखिरी जंग साथ लड़ेंगे। मैंने तुम्हें वादा किया था… हमेशा साथ।”
अहाना ने उसका हाथ पकड़ा, उसकी आँखें दृढ़ थीं। “हाँ, रायान। हमेशा।”
तभी चर्च का दरवाज़ा टूटा। एक लंबा, ठंडी नज़रों वाला शख्स अंदर घुसा, उसके पीछे चार हथियारबंद लोग थे। उसने ठंडी आवाज़ में कहा, “अहाना शर्मा, तुमने मेरे साम्राज्य को चुनौती दी। अब तुम्हारी कहानी यहीं खत्म होगी।”
अहाना ने चौंककर पूछा, “तुम… तुम कौन हो?”
उसने मुस्कुराते हुए कहा, “मैं वो शख्स हूँ जिसने तुम्हारे पापा को बनाया… और फिर तोड़ा। मेरा नाम है रुद्र।”
💥 To Be Continued…
अहाना ने अपनी माँ को फिर से पाया, लेकिन रुद्र का आगमन एक नया तूफ़ान लाया है।
पापा का आखिरी रहस्य क्या इस माफ़िया की दुनिया को खत्म करेगा?
रायान और अहाना का प्यार इस आखिरी जंग को झेल पाएगा?
Part 22 में होगा:
अहाना का रुद्र के साथ अंतिम टकराव।
मेमोरी चिप का आखिरी सच।
एक ऐसा फैसला, जो इस कहानी को हमेशा के लिए बदल देगा।
अगर ये हिस्सा आपके दिल की धड़कनें बढ़ा गया, तो फॉलो करना न भूलें। क्योंकि अब कहानी का हर पल एक नया तूफ़ान लाएगा।
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