🖤 माफ़िया की नज़र में – Part 20: "आखिरी सच की कीमत"
"सच की कीमत कभी-कभी इतनी भारी होती है कि वो तुम्हारा सब कुछ छीन लेती है, लेकिन वही सच तुम्हें आज़ादी भी देता है।"
अहाना का दिल अब जैसे एक अनजाने भंवर में डूब चुका था। सेंट जेवियर्स की गली में विशाल की मौत (Part 19), उसका आखिरी इक़रार—“मैंने तुम्हारे पापा को धोखा दिया”—और वो अनजाना मैसेज—“तुम्हारा अगला कदम तय करेगा कि तुम बचोगी, या माफ़िया की दुनिया तुम्हें निगल लेगी”—उसे एक आखिरी जंग की ओर खींच रहा था। दूसरी डायरी और USB (Parts 15-19) ने रेहान और आर्यन को जेल की सलाखों के पीछे पहुँचा दिया था, लेकिन पापा की चिट्ठी—“इस सच को दुनिया तक पहुँचाओ”—और रवि की बलिदान भरी सलाह (Parts 8-10, 13-16) उसे हिम्मत दे रही थी। “पापा का आखिरी गुनाह… क्या वो सच मुझे आज़ाद करेगा, या हमेशा के लिए तोड़ देगा?”
अहाना सेफहाउस में रायान के पास बैठी थी। रायान का कंधा अब भी पट्टियों में लिपटा था, लेकिन उसकी आँखों में एक नई चमक थी। मायरा बाहर खड़ी थी, USB को कसकर पकड़े हुए, जैसे वो उनकी आखिरी उम्मीद हो। GPS ट्रैकर की लाल बत्ती अब धीमी थी, लेकिन खतरे का अहसास अभी भी हवा में तैर रहा था।
“रायान,” अहाना ने धीरे से कहा, उसकी आवाज़ में दृढ़ता थी। “मुझे वो USB पुलिस तक पहुँचाना होगा। मेरे पापा का आखिरी सच… वो इस माफ़िया की दुनिया को खत्म कर सकता है। लेकिन मुझे डर है… ये मैसेज भेजने वाला कोई और है।”
रायान ने उसका चेहरा पकड़ा, उसकी आँखें गहरी थीं। “अहाना, तुमने अपने पापा का वादा पूरा किया। तुमने रेहान, आर्यन, और विशाल को रोका। लेकिन अगर ये सच तुम्हें और खतरे में डालेगा, तो मैं तुम्हें रोकना चाहता हूँ। मैंने तुम्हें एक बार कहा था… मैं तुम्हें खो नहीं सकता।”
अहाना की आँखें नम थीं। “रायान, तुम मेरी ताकत हो। लेकिन ये मेरे पापा की आखिरी इच्छा है। मैं इसे पूरा करूँगी।”
मायरा ने कमरे में कदम रखा। “अहाना, मैंने पुलिस से बात की। वो USB लेने के लिए तैयार हैं, लेकिन हमें इसे सिटी पुलिस स्टेशन तक ले जाना होगा। और वो मैसेज… मैंने सिग्नल ट्रेस किया। वो एक पुराने माफ़िया अड्डे से आया है—वही जगह जहाँ तुम्हारे पापा की आखिरी डील हुई थी (Part 9)।”
अहाना का दिल धक् से रह गया। “वो जगह? तो… क्या ये सब उसी डील से जुड़ा है?”
रायान ने गहरी साँस ली। “हमें वहाँ जाना होगा। लेकिन इस बार, हम सब तैयार रहेंगे।”
🌌 माफ़िया अड्डे की सैर
रात 11:30 बजे।
पुराना माफ़िया अड्डा शहर के औद्योगिक इलाके में था, जहाँ जंग लगे कंटेनर और टूटी मशीनें सन्नाटे में डूबे थे। बारिश की बूँदें ज़मीन पर गिर रही थीं, और हवा में एक ठंडी सिहरन थी। अहाना, रायान, और मायरा अड्डे के बाहर खड़े थे। अहाना ने USB को कसकर पकड़ा, और GPS ट्रैकर की लाल बत्ती फिर से तेज़ी से चमकने लगी थी।
“ये जगह… मुझे बेचैन कर रही है,” मायरा ने फुसफुसाते हुए कहा।
रायान ने अपनी बंदूक तैयार की। “सावधान रहो। ये जाल हो सकता है।”
अहाना ने गहरी साँस ली और अड्डे के जंग लगे दरवाज़े की ओर बढ़ी। अंदर अंधेरा था, सिर्फ़ एक टिमटिमाती लालटेन की रोशनी थी। तभी एक ठंडी आवाज़ गूंजी। “अहाना शर्मा, तुम सच के बहुत करीब आ चुकी हो। लेकिन क्या तुम उसकी कीमत चुकाने को तैयार हो?”
अहाना मुड़ी। एक अधेड़ उम्र की औरत थी, उसका चेहरा आधा स्कार्फ से ढका था, लेकिन उसकी आँखें जानी-पहचानी थीं। “तुम… तुम कौन हो?” अहाना ने कांपती आवाज़ में पूछा।
औरत ने स्कार्फ हटाया। वो निहारिका थी—वही निहारिका, जो पुलिस की हिरासत में थी (Parts 12-13)。 “मैंने तुम्हें कहा था, अहाना। ये खेल इतनी आसानी से खत्म नहीं होगा।”
रायान ने चौंककर अपनी बंदूक तानी। “निहारिका? तुम यहाँ कैसे? पुलिस ने तुम्हें पकड़ लिया था!”
निहारिका ने ठंडी मुस्कान दी। “पुलिस? वो मेरे पैसे पर नाचती है। और तुम्हारा वो USB… वो मेरे लिए कुछ नहीं कर सकता। क्योंकि तुम्हारे पापा का आखिरी गुनाह… वो मैं थी।”
🌃 पापा का आखिरी गुनाह
अहाना का दिल रुक गया। “तुम? मेरे पापा का गुनाह तुम थीं?”
निहारिका ने सिर हिलाया। “तुम्हारे पापा ने मुझे प्यार किया था, अहाना। लेकिन जब उन्होंने माफ़िया की दुनिया छोड़ने का फैसला किया, तो उन्होंने मुझे छोड़ दिया। मैंने आर्यन के साथ मिलकर उनकी आखिरी डील को तोड़ा। मैंने उन्हें धोखा दिया। और अब… तुम मेरे रास्ते में हो।”
अहाना की आँखों में आँसू थे। “तो मेरे पापा की मौत… तुम्हारी वजह से हुई?”
निहारिका ने ठंडी हँसी हँसी। “हाँ। और अब मैं तुम्हें भी खत्म करूँगी।” उसने अपने दो आदमियों को इशारा किया, और गोलीबारी शुरू हो गई।
रायान ने अहाना को एक कंटेनर के पीछे खींच लिया। “अहाना, USB को संभालो! हमें इसे पुलिस तक पहुँचाना होगा!”
मायरा ने एक लोहे की रॉड उठाई और निहारिका के एक आदमी को पटक दिया। “अहाना, भाग! मैं इन्हें रोकती हूँ!”
अहाना ने USB को कसकर पकड़ा और रायान के साथ अड्डे के पिछले रास्ते की ओर दौड़ी। लेकिन तभी निहारिका ने एक गोली चलाई। रायान ने अहाना को धक्का दिया, और गोली उसके कंधे को छूते हुए निकल गई।
“रायान!” अहाना चिल्लाई।
रायान ने दर्द से कराहते हुए कहा, “अहाना… USB… पुलिस तक…”
अहाना की आँखें आँसुओं से भरी थीं। “मैं तुम्हें नहीं छोडूँगी, रायान!”
तभी मायरा ने चिल्लाया, “अहाना, मैंने पुलिस को बुला लिया! वो यहाँ पहुँचने वाली है!”
पुलिस की सायरन की आवाज़ गूंजने लगी। निहारिका ने गुस्से से चिल्लाया, “तुम सब हार चुके हो!” और वो अपने आदमियों के साथ भागने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने अड्डे को घेर लिया।
🌫️ एक नया वादा
अहाना ने रायान को कसकर पकड़ा, उसकी आँखें आँसुओं से भरी थीं। “रायान, तुम्हें कुछ नहीं होगा। मैंने वादा किया था… हम साथ में इस जंग को जीतेंगे।”
रायान ने मुश्किल से मुस्कुराया। “अहाना… तुमने अपने पापा का सच ढूंढ लिया। अब… अब हमें अपनी ज़िंदगी जीनी है।”
अहाना ने उसका चेहरा पकड़ा। “हाँ, रायान। हम साथ में एक नई शुरुआत करेंगे।”
मायरा दौड़कर उनके पास आई। “अहाना, पुलिस ने USB ले लिया। निहारिका को पकड़ लिया गया। लेकिन…” उसकी आवाज़ कांप रही थी। “वो मैसेज… वो निहारिका ने नहीं भेजा।”
अहाना की साँसें रुक गईं। उसने अपने फोन की ओर देखा। एक और अनजाना मैसेज:
“अहाना, तुमने निहारिका को रोका, लेकिन तुम्हारे पापा का एक आखिरी रहस्य अभी बाकी है। क्या तुम इसे जानने की हिम्मत रखती हो?”
💥 To Be Continued…
अहाना ने अपने पापा का आखिरी गुनाह जान लिया, लेकिन एक नया मैसेज फिर से उसे अंधेरे में धकेल रहा है।
पापा का आखिरी रहस्य क्या है?
रायान और अहाना की नई शुरुआत क्या खतरे में पड़ जाएगी?
Part 21 में होगा:
अहाना का आखिरी सच की तलाश।
रायान और अहाना का एक नया फैसला।
एक ऐसा खतरा, जो इस कहानी को हमेशा के लिए खत्म कर देगा… या नया रास्ता खोलेगा।
अगर ये हिस्सा आपके दिल की धड़कनें बढ़ा गया, तो फॉलो करना न भूलें। क्योंकि अब कहानी का हर पल एक नया तूफ़ान लाएगा।
Thankyou 🥰🥰 ...